विद्यालय के कार्य से शिक्षक के बाहर चले जाने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भगवान भरोसे रह जाते हैं

विद्यालय के कार्य से शिक्षक के बाहर चले जाने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भगवान भरोसे रह जाते हैं

स्वतंत्र प्रभात 
हज़ारीबाग सदर प्रखण्ड प्राथमिक विद्यालय मुकुंदगंज में शिक्षा ग्रहण करने के लिए आने वाले सात दर्जन से अधिक बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षक है। ग्रामीणों की लगातार मांग के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी शिक्षक की तैनाती पर कोई ध्यान नहीं दे रहे  हैं। गांव मुकुंदगंज के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के लिए 82 बच्चे पंजीकृत है। बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग ने मात्र दो शिक्षक की तैनाती कर रखी है।
 
ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों से कई बार स्कूल में अतिरिक्त शिक्षकों को तैनात करने की मांग की है लेकिन अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया है। इस कारण ग्रामीणों ने अपने बच्चों के नाम कटवाने का मन बना लिया है। स्कूल में तैनात शिक्षक नीलम कुमारी ने बताया कि स्कूल के कार्य के लिए बाहर जाने के लिए स्कूल की बच्चो को पढ़ाने मे मुश्किल होती है
 
नीलम कुमारी बताई की विद्यालय के सभी बच्चो मे प्रतिभा की कोई कमी नहीं उसको बस निखारने की जरवत है
हमारे विद्यालय मे मध्यान भोजन सरकार के मेनू की हिसाब से बच्चो की दी जाती है नीलम कुमारी बताई की ज़ब से मे विद्यालय के प्रभार संभाली तब से विद्यालय मे नामांकन मे वृद्धि हुवी है विद्यालय को और अच्छा तरह से चलाया जा सकता है अगर सरकार विद्यालय मैं सिर्फ शिक्षा परोसने  के कार्य हमें दे और बाहरी काम ना दें।
 

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