बजट-2022 पर व्यापारियों व राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मिली जुली प्रतिक्रिया
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बजट-2022 पर व्यापारियों व राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मिली जुली प्रतिक्रिया
केंद्र सरकार की तरफ से मंगलवार को पेश किए गए बजट पर सुबह से ही व्यापारियों व राजनीतिक कार्यकर्ताओं की नजर बनी हुई थी। अधिकांश व्यापारी अपनी दुकानों व दफ्तरों में ही टीवी व लैपटॉप पर बजट को देख रहे थे। बजट पेश होने के बाद व्यापारियों व राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। व्यापारिक संगठनों का कहना है कि बजट में कुछ रियायत मिली है, लेकिन यह उम्मीद के अनुरूप नहीं है। वो जीएसटी और इनकम टैक्स स्लैब में भी बदलाव की उम्मीद कर रहे थे।
व्यवसायी संघ के अध्यक्ष कपिल प्रसाद केशरी कहते हैं कि सरकार ने घरेलू उत्पाद को बढ़ावा देने और निर्यात को गति देने के लिए कुछ अच्छे कदम उठाए हैं, लेकिन सोना कारोबारियों को इससे ज्यादा की मांग थी। उन्होंने कहा कि सेवा, कृषि और चिकित्सा के क्षेत्र हमारी प्राचीन अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इन्हें नए सिरे से इस बजट में परिभाषित किया गया है। आने वाली नई चुनौतियों के लिए इस बजट में समाधान दिया गया है।
भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी रंजीत चंद्रवंशी ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के इस कालखंड का यह अमृत बजट है, आज का बजट आम आदमी की आकांक्षाओं के अनुरूप है। ये बजट सबका साथ, सबका विकास के मूलमंत्र पर आधारित है, इसमें सभी वर्ग के लोगों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत समावेशी बजट है, यह बजट गरीबों, गांव, पूर्वोत्तर के लिए है। इस बजट में वित्तीय क्षेत्र में काफी रिफॉर्म लाए गए हैं। जिस तरह से अर्थव्यवस्था में रिकवरी हुई है, उस तरह से ये बहुत अच्छा बजट है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष रमेश ठाकुर ने कहा कि वह प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं, यह बजट समृद्ध, शक्तिशाली और विकसित भारत के निर्माण का बजट है। कहा कि सरकार स्थिर और भरोसेमंद कर व्यवस्था के लिये प्रतिबद्ध है। 2022-23 में 3.8 करोड़ घरों में नल से पानी पहुंचाने के लिए 60,000 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जो भारत को समृद्ध व मजबूत बनाने के लिए काफी है।
कांग्रेस जिला महासचिव सह बरही विस विधायक प्रतिनिधि बिनोद यादव ने कहा कि वित्त मंत्री और पीएम मोदी वेतनभोगी और मध्यम वर्ग के लिए कोई राहत की घोषणा नहीं करके उन्हें निराश किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की अनर्थनीति ने देश पर ऋण बढ़ाने का ही काम किया है। कहा कि उम्मीद थी कि बजट गरीबों और आम लोगों के लिए राहत लाएगा। महंगाई से प्रभावित करदाताओं के लिए भी राहत नहीं है। छोटे उद्योगों को भी इस बजट से कोई राहत नहीं मिली है।
सांसद प्रतिनिधि गणेश यादव ने कहा कि यह बजट आम आदमी के लिए कई अवसर पैदा करेगा। इस बजट का हर क्षेत्र में स्वागत हुआ है। उन्होंने इस बजट को गरीबों का कल्याण करने वाला बजट बताया। उन्होंने कहा कि हर गरीब को पक्का घर मिले, हर नल में जल आए, उनके पास शौचालय हो और गैस की व्यवस्था हो। इन सभी पर विशेष ध्यान देते हुए यह बजट बनाया है। साथ ही आधुनिक इंटरनेट कनेक्टिविटी पर भी जोर दिया है।
कांग्रेस जिला महासचिव अब्दुल मनान वारसी ने कहा कि इस बजट में सैलरी वर्ग, मध्यम वर्ग, गरीबों, युवाओं, किसानों के लिए कुछ नही मिला है। उन्होंने कहा कि इसमें देश के आम लोगों के लिए कुछ नहीं है। बेरोजगारी और महंगाई से पिस रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है, बड़ी-बड़ी बाते हैं और हकीकत में कुछ नहीं है।
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