नियम कायदा फेल प्रधानी चुनाव के आखिरी पल में हो गया खेल डीएम कार्यालय पहुँचे सैकड़ों ग्रामीण
बस्ती।
बस्ती जिले के सदर विकास खंड अंतर्गत हथी रजा गांव की सैकड़ों वोटर इस चुनाव में मतदान से वंचित रह गए यह कमी बीएलओ और तहसील के कर्मचारियों की मिलीभगत से वंचित वोटरों द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय जाकर इसकी शिकायत किया उन्होंने कहा 29 अप्रैल को चुनाव के दिन हम लोग वोट नहीं डाल पाएंगे
तो इसका खामियाजा बूथ के कर्मचारी या चुनाव स्थगित करते हुए मतदाता सूची में नाम हम लोगों का जोड़ा जाए अन्यथा मतदान नहीं होने देंगे हर बार की तरह इस बार भी पंचायत चुनाव के प्रधान पद के कई प्रत्याशियों ने आखिरी पलों में बीएलओ और तहसीलकर्मियों से सांठगांठ कर मतदाता सूची में ‘बड़ा खेल’ कर दिया। यह आरोप लगाते हुए तमाम लोगों ने संबंधित अधिकारियों से शिकायत की है।
आरोप है कि वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन होने के बाद पूरक सूची में छूटे हुए वोटरों के नाम जोड़ने की तुलना में नाम काटने पर ज्यादा जोर रहा। बीएलओ और तहसील के अफसर-कर्मचारी उन्हें आश्वासन भी देते रहे, जबकि नामांकन के बाद वोटर लिस्ट में कोई भी नाम बढ़ाए या घटाए नहीं जा सकते। नाम कटने से वोटरों के भीतर काफी आक्रोश है। ऐसे में मतदान वाले दिन कहीं पर भी इन मतदाताओं का गुस्सा फूट सकता है। पूर्व में हुए पंचायत चुनावों में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर हंगामा व बवाल की घटनाएं हो चुकी हैं।
बस्ती सदर के हथिरजा गांव के लगभग 100 ग्रामीणों का आरोप है कि उनके साथ जानबूझकर धोखा करते हुए बहुमूल्य मताधिकार के प्रयोग से वंचित करने का प्रयास बीएलओ द्वारा किया गया। इसलिए आक्रोशित ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे और काफी देर तक बीएलओ और प्रधान प्रत्याशी के खिलाफ नारे भी लगाए। बाद में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट के प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि बीएलओ ने गांव के प्रधान प्रत्याशी के साथ मिलीभगत कर उनके नाम लिस्ट में शामिल नहीं किए और उनके आवेदन नष्ट कर दिए।
ग्रामीणों ने दोषी बीएलओ के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। शिकायत पर जिलाधिकारी ने बताया कि मामले की जांच एसडीएम सदर को सौंप दी गयी है रिपोर्ट पर आवश्यक वैधानिक कार्यवाई की जाएगी।