इस वजह से डिप्रेशन में जिंदगी हार जाते है स्टार्स?

इस वजह से डिप्रेशन में जिंदगी हार जाते है स्टार्स?

मैं तुषार पुरवार मैं लखनऊ से हूं और मैं अभी 3 मूवी कर रहा हूं. दीनदयाल एक युगपुरुष जो अभी रिलीज होने वाली है अगस्त में , और दूसरी विमोक्ष्य जिसमें मैंने लीड रोल किया है . और मेरी अगली फिल्म है.सरोजिनी जिसमें मैं सरोजिनी नायडू का पुत्र की भूमिका निभा रहा हूँ .जिसमे मैं

मैं तुषार पुरवार मैं लखनऊ से हूं और मैं अभी 3 मूवी कर रहा हूं. दीनदयाल एक युगपुरुष जो अभी रिलीज होने वाली है अगस्त में , और दूसरी विमोक्ष्य जिसमें मैंने लीड रोल किया है . और मेरी अगली फिल्म है.सरोजिनी जिसमें मैं सरोजिनी नायडू का पुत्र की भूमिका निभा रहा हूँ .जिसमे मैं मुख्य भूमिका निभा रहा हूँ . अभी जो दीनदयाल एक युगपुरुष है . वह लॉक डाउन की वजह से रिलीज नहीं हो पाई उसको रिलीज़ सर्टिफिकेट मिल चुका है. और वह जल्दी ही रिलीज होगी लॉकडाउन हटने के बाद वह रिलीज हो जाएगी .


पत्रकार : जी जैसे कि हमें जानकारी हुई अपने सरोजिनी के बारे में बताया आपके साथ लीड रोल में जिन्होंने सीता मां का रोल कराएं दीपिका जी उनके साथ आपने काम किया है तो उनके साथ का थोड़ा सा एक्सपीरियंस हमें बताएं उसके बारे में थोड़ी सी जानकारी दें
तुषार पुरवार : दीपिका जी के साथ तो मैंने अभी स्क्रीन शेयर तो नहीं कि दीनदयाल में बहुत ही और उन्होंने नेगेटिव सेट किया हुआ है जर्नलिस्ट का, मैंने उनको सूट पर देखा हुआ था हम लोगों ने स्क्रीन शेयर नहीं किया था और अब मौका मिला है उनके साथ स्क्रीन शेयर करने का सरोजनी मूवी क्र लिए मै तो एक्साइटेड हूं और बहुत अच्छा फील कर रहा हूं


पत्रकार : तो सरोजनी मूवी की शूटिंग स्टार्ट हो चुकी है
तुषार पुरवार : जी नहीं अभी नहीं हुई है उसका पोस्टर रिलीज हुआ है


पत्रकार : मुझे पता लगा है कि लॉकडाउन के दौरान आपके पास ऑफर आया सरोजिनी मूवी का और लॉकडाउन है और मूवी की शूटिंग नहीं चल रही है इसका क्या प्रभाव इस इंडस्ट्री में पड़ा है यह हमारा जो छोटा स्क्रीन है उसके ऊपर क्या क्या प्रभाव पड़े हैं आप थोड़ा उसके बारे में हमें बताएं
तुषार पुरवार : देखिए लॉक डाउन हो गया है तो खासकर हमारी इंडस्ट्री पर जो है एक पहाड़ से टूट पड़ा है कि अब देखे गवर्नमेंट सबके लिए कुछ ना कुछ कर रही है लेकिन हमारी इंडस्ट्री के लिए कुछ नहीं कर रही है लगता है बाहर से इंडस्ट्री में जितने लोग भी आ रहे हैं या अच्छे खासे पैसे से संपन्न है लेकिन ऐसी बात बिल्कुल नहीं है स्ट्रगल बहुत है सबके पास पैसों की कमी है और उनके लिए पैसा कहीं से भी नहीं आया और मैं आपको बताना चाहूंगा खासकर टीवी सीरियल्स में जो आर्टिस्ट एक्ट करता है उसको शूटिंग के 3 महीने बाद ही पैसा मिलता है और वह पैसा अभी तक हमको नहीं मिला हैं और अगर वह लॉक डाउन खत्म होने के बाद भी शूट करते हैं जब उनको शूटिंग परमिशन मिलेगी फिर उसके भी 3 महीने बाद उनको पेमेंट मिलेगा तो यह बहुत बड़ी समस्या है अभी


पत्रकार : बिल्कुल सही बात है यह बहुत बड़ी समस्या है लॉक डाउन के बाद शूटिंग खत्म होती है उसके भी 3 महीने बाद सैलरी मिल रही है तो पांच 6 महीने तक का टाइम लग सकता है की पैसे आने शुरू होंगे
तुषार पुरवार : 2020 उनका पूरा बर्बाद जाएगा


पत्रकार : तो आपको अच्छा खासा नुकसान हुआ है आपके कहने का मतलब है इस लॉकडाउन के टाइम पर लॉकडाउन से पहले कोई भी टीवी सीरियल या मूवी खत्म की हो जिससे आपका भी पेमेंट रुका हुआ हो
तुषार पुरवार : जी हां मैंने टीवी सीरियल कंप्लीट किया है कस्तूरिया कहानी और वह जल्दी टेलीकास्ट होने वाला है जुलाई एंड तक और हां पेमेंट तो सब का रुका हुआ है लेकिन जो हम लोग के प्रड्यूसर हैं काफी सपोर्टर है तो ऐसे कोई दिक्कत है आने नहीं देते हैं

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पत्रकार : मैंने सुना था कि कस्तूरी आपका पहला टीवी सीरियल था
तुषार पुरवार : जी हां टीवी का मेरा पहला एक्सपीरियंस था और हां मैं काफी एक्साइटेड था मेरा यह मनपसंद किरदार है उसे कैसे निभाऊंगा
पत्रकार : आपने यह सोचा था कि जब कस्तूरी करने जा रहे थे कि हर किरदार हर एक इंसान इतना नहीं सोच पाता कि आपने कभी इतना सोचा था कि आप इस मुकाम तक पहुंचेंगे कि आपको बड़ी मूवीस भी करने का मौका मिलेगा बड़े स्टार आपके साथ में टच हो रहे हैं कभी सोचा था आपने यह हो पाएगा
तुषार पुरवार : देखिए मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैं ऐसा प्रोफेशनल क्रिकेटर लखनऊ में आया था लखनऊ की एकेडमी में ऐसा प्रोफेशनल क्रिकेटर सेट किया था और मैंने ऐसा प्रोफेशनल क्रिकेटर खेला हुआ है और वह एक्सपीरियंस बिल्कुल अलग है मैं 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहा था और मुझे लगा नहीं था कि मैं अभिनय की दुनिया में भी आ सकूंगा क्रिकेट में बारिश के टाइम कुछ समय मिलता है उस बीच में दिल्ली गया हुआ था तो वहां भी जा करके मुझे पता चला कि एक दीनदयाल एक युगपुरुष एक मूवी है उसका ऑडिशन चल रहा है मैंने कांटेक्ट किया उनसे और मैं उनसे मिला और ऑडिशन चल रहा था और मैंने ऑडिशन दिया जो कि दीनदयाल एक युगपुरुष जो भी है उसने दीनदयाल जी का जो फ्रेंड है उसका किरदार था और मैंने उसके लिए ऑडिशन दिया और मैं सेलेक्ट हो गया उसमें तो बहुत खुशी हुई थी उस टाइम की जस्ट पहला ट्राई मारा और मेरा सिलेक्शन हो गया अक्टूबर का दीनदयाल एक युगपुरुष का पहला शूट था वह मैंने किया उसके बाद नवंबर में गोवा गया वहां पर मैं धीरू मिश्रा जी से फिर मिला कि वहां पर फिर उन्होंने मुझे बताया कि मैं एक विमोक्ष्य जैसे एक फिल्म बना रहा हूं उसके लिए मुझे एक 18 से 21 साल तक के कैरेक्टर की डिमांड है तो तुम ऑडिशन देना चाहते हो तो दे सकते हो तो मैंने कहा हां सर मैं दे सकता हूं उन्होंने बताया कि ऐसा कैरेक्टर है और वह मैंने दिया और मुझे लगता है वह भी मेरा लक है मैं सेलेक्ट हो गया और मुझे विमोक्ष्य फिल्म मिल गई जो कि यह क्या पूरी फिल्म एक लड़के पर ही डिपेंड है

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पत्रकार : ठीक है उन्होंने बताया कि वह एक लड़के पर ही डिपेंड है जो कि 18 से 21 साल के बीच का ही लड़का होना चाहिए ऐसा क्या है जो कि 18 से 21 साल का ही लड़का होना चाहिए
तुषार पुरवार : जो कि आजकल एक दौर चला है जो कि विमोक्ष्य फिल्म में और उसका मेन है मोक्ष लोगों में कि अंदर एक अंधविश्वास चला जाता है कि तुम्हें जीते जी मोक्ष मिलेगा लेकिन यह झूठ है क्योंकि मोक्ष मरने के बाद मिलता है इस फिल्म में वही दिखाया गया है इसके अलावा भी जो एक बहुत बड़ी चीज दिखाई गई है कि पैसा ही जिंदगी में महत्वपूर्ण नहीं होता शांति नाम की भी एक चीज होती है जो मैं उसके फिल्म के अंदर ग्रेजुएट करके आता हूं और पापा मुझे हमेशा ताना मारते रहते हैं पैसे दिखाते हैं तो मैं उनसे थोड़ा सा परेशान होकर कि बाहर निकल जाता हूं उत्तराखंड जाता है और लास्ट दिखाया गया क पैसों के बिना वह अपना जीवन बिता सकता है मुझे पता चलता है कि मैं जिस चीज के लिए भटक रहा था मोक्ष के लिए वह जीते जी नहीं मिलेगा और उसमें एक साधु रहते हैं जो मुझे कहते हैं कि बेटा मोक्ष जो है वह मरने के बाद ही मिलता है लेकिन जो आप जो ढूंढ रहे हैं उसे कहते हैं शांति जो आपको मिल रही है और आप उसे ढूंढ रहे थे आपने वो पाया है मैंने कहा जी इस मूवी का क्लाइमैक्स बहुत अच्छा है तो आपको जानने के लिए भी देखना पड़ेगा जो कि बहुत इंटरेस्टिंग है

इस वजह से डिप्रेशन में जिंदगी हार जाते है स्टार्स?


पत्रकार : बहुत ही खराब रास्तों से वायरस गुजर रही है मैंने बहुत अच्छे-अच्छे फिल्म स्टार्स को खो दिए हैं सुशांत सिंह का देहांत हो गया अरे मैं आपसे थोड़ी सी जानकारी जानना चाहता हु हमें बताइए यह बहुत शोकेडिंग न्यूज़ है सभी के लिए कल से देख रहा हूं कि सारा सोशल मीडिया सुशांत मौत खबर से बहुत परेशान है सभी लोगों को बहुत बुरा लगा अभी तक कि किसी को नहीं मालूम कि ऐसा क्या है ना ही पैसे की कमी थी वह खिलाता हुआ चेहरा थे उसके बावजूद भी यह डिसीजन ले लिया क्या उनकी जिंदगी में उथल-पुथल आया होगा एक स्टार के नाते में आपसे थोड़ा सा जानना चाहता हूं मैं आपसे पूछना चाह रहा हूं कि कि स्टार होने के नाते जिंदगी में क्या हुआ होगा जो उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया
तुषार पुरवार : मैं आपको बताना चाहता हूं कि जो इंटरसिटी है हमारी वह बाहर से बहुत ही सुंदर दिखती है लेकिन अंदर आदमी के क्या चल रहा है उसको ही पता होता है और इन सब चीजों में आप के जितने भी क्लोज लोग हैं जिनसे हमें बात करने की जरूरत पड़ती है इस लॉक डाउन की वजह से मुझे जो कारण लगता है वह शायद उनकी कोई पर्सनल लाइफ का कारण हो सकता है क्योंकि उनकी जो फिल्म इंडस्ट्री में उनकी इमेज तो काफी बेहतर थी उनकी पिछली फिल्म सुपर डुपर हिट थी तो एक इंसान करके यह नहीं कर सकता पर नहीं थे और इस समय हमें लगता है कि सब लोगों को एक साथ मिलकर के चलना चाहिए एक दूसरे से बात करनी चाहिए और खासकर आजकल बहुत बड़ी बात है कि लोग पीठ पीछे बहुत बोलते हैं लेकिन लोगों को लगता है फिल्म स्टार्स को फर्क नहीं पड़ता लेकिन उनको बहुत ज्यादा फर्क पड़ता है और अंदर से लगता है और बहुत ही दुख की बात है कि अपने होनहार और इतने टैलेंटेड किरदार को हमने खो दिया


पत्रकार : आप अपनी इंडस्ट्री को लेकर के सरकार से क्या गुजारिश करना चाहते है
तुषार पुरवार : इस इंडस्ट्री में जो कि बहुत बड़े स्टार हैं उनके लिए कोई खास दिक्कत नहीं है लेकिन जो छोटे स्टार्स हैं उनके लिए दिक्कतें हैं और जो स्ट्रगल करें उनके लिए तो सबसे ज्यादा दिक्कत है पैसे को लेकर किसी और काम को लेकर के भी और जैसे की हमारे प्रड्यूसर आने नहीं देते मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार इस इंडस्ट्री को भी थोड़ा सा ध्यान दें जो किरदार प्ले करके हट जाता हैमैं चाहता हूं कि गवर्नमेंट की तरफ से थोड़ी सी मदद हो या सेंट्रल गवर्नमेंट की तरफ से भी मदद हो थोड़ी सी लेकिन हां कुछ एनजीओ में हमारी मदद की जैसे सलमान खान का एनजीओ है वहां से भी आई है पैसे आए हैं हैं और वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए मैं उनकी तारीफ करता हूं कि वह एक ऐसे इंसान है जो की सभी इन्शान को और पूरे देश पर ध्यान दे रहे हैं हां मैं यह बताना चाहता हूं कि आप जिंदगी में जो कुछ भी कर रहे हैं एकदम लगन के साथ करिए और अगर आप इस इंड्रस्टी पर आ रहे हैं तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि मुंबई में लाखों लोग आते हैं महीने में , और दिन में 10000 लोग आते हैं और बाहर से आकर के ऑडिशन लेते हैं और उनका होना चाहिए कि मैं यहां पर काम करने आया हूं और मुझे काम करना है लेकिन कुछ लोग थोड़ा रास्ता भटक जाते हैं यह माया नगरी है तो थोड़ा लोगभटक जाते हैं मैं यह चाहता हूं कि जो लोग यहां पर आए हैं जो सपना लेकर के आए हैं वह सपना पूरा करें धन्यवाद

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