बिना मां के पुत्र का सम्मान नही है इसके लिए पुत्र अधूरा- पं अनिल जी महाराज।

बिना मां के पुत्र का सम्मान नही है इसके लिए पुत्र अधूरा- पं अनिल जी महाराज। अगर नाथ देखेंगे अवगुण हमारे…. तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे…..? अंकित पाण्डेय (रिपोर्टर ) भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद मे जंगीगंज स्थित चौरा माता मंदिर के प्रांगण में संगीतमय प्रवचन में कथावाचक पंडित अनिल जी महराज

बिना मां के पुत्र का सम्मान नही है इसके लिए पुत्र अधूरा- पं अनिल जी महाराज।

अगर नाथ देखेंगे अवगुण हमारे….

तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे…..?

अंकित पाण्डेय (रिपोर्टर )

भदोही। 

उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद मे  जंगीगंज  स्थित चौरा माता मंदिर के प्रांगण में संगीतमय प्रवचन में कथावाचक पंडित अनिल जी महराज ने अपने कथा में भक्ति के बारे में  बताया कि केवल भगवान की भक्ति में ही परम सुख है। बाकी संसार में केवल राग द्वेष और अन्य दुर्गुण ही जो केवल मानव जीवन के पतन का मुख्य कारण बनता है।

कहा कि मानव जीवन का परम लक्ष्य भगवतप्राप्ति और मोक्ष ही है। क्योकि यह मानव जीवन बहुत पुण्यों के बाद मिलता है। और इसे यूं ही व्यर्थ गँवाना मूर्खता है। कहा कि भगवान की प्राप्ति के लिए भक्ति ही सर्वोपरि है। बताया कि बिना मां के पुत्र का सम्मान नही है इसके लिए पुत्र अधूरा है।

बताया कि बिना शक्ति के संसार की परिकल्पना नही किया जा सकता है। भगवान अपने भक्तों की बात को कभी नही नजरअंदाज करते है। इसके लिए भगवान एक जन्म नही बल्कि कई युगों तक भक्त की रक्षा करते है। पंडित अनिल जी महाराज ने प्रवचन के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के आठ विवाह की विस्तृत रूप से कथा कही।

प्रवचन के दौरान गायक अनुराग सिंह ने अपने भजनों से लोगों का मन मोहा। इस मौके पर मानिकचंद्र जायसवाल,पवन जायसवाल, विनोद कुमार सेठ, रतनलाल सेठ, शिव प्रकाश जायसवाल, बबलू महराज, गंगासागर मिश्र, भाऊलाल जायसवाल, डॉ श्याम सुंदर पाण्डेय कल्लू मिश्रा, ओम बाबा, पप्पू यादव समेत काफी लोग मौजूद थे।

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