स्कूल,सड़क व पुल की मांग को लेकर ग्रामीण कर रहे धरना प्रदर्शन

ग्रामीण सोमवार से करेंगे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल 

स्कूल,सड़क व पुल की मांग को लेकर ग्रामीण कर रहे धरना प्रदर्शन

कलान-शाहजहांपुर /तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत बेहटा जंगल के मजरा रहीमादासपुर में ग्रामीणों ने पुल, सड़क व विद्यालय के निर्माण की मांग को लेकर ग्राम वासियों ने बीते दिन मंगलवार को पल्स पोलियो अभियान का बहिष्कार किया था।बीते तीन दिनों से ग्रामीणों का अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी है।मंगलवार से चल रहे इस धरने में अब तक शासन-प्रशासन की ओर से आश्वासन के अलावा ग्रामीणों को कोई भी सटीक जवाब नहीं मिला है।गुरुवार को एसडीएम चित्रा निर्वाल व खण्ड विकास अधिकारी मुन्नालाल मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास भी किया था।
 
लेकिन ग्राम वासियों ने प्रशासन की एक न सुनी।ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व की तरह अब प्रशासन के झांसे में नहीं आने वाले।जब तक कार्य निर्माण शुरू नहीं कराया जाएगा।तब तक धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जिसमें स्कूल,सड़क व पुल निर्माण कराए जाने की मांग की है।इस मौके पर कुवंरपाल सिंह गौतम,धर्मेन्द्र पाल, जगतपाल,सत्यपाल,अंकेश, हरिओम,सचिन,शिवम,धनपाल, क्रांति वर्मा,निशा देवी सहित सैकड़ो ग्राम वासी मौजूद रहे। 
 
News -1 फोटोदशकों से विकास की राह देख रहे हैं ग्रामवासी 
कलान। सैकड़ो ग्रामीणों ने पब्लिक राइट्स मानवाधिकार एसोसिएशन के साथ साल 2019 में पोलियो ड्रॉप्स का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया था। धरना प्रदर्शन में एसडीएम कलान ने सोत नदी पुल व सड़क निर्माण की मांग की रिपोर्ट प्रशासन को भेजने का आश्वासन दिया था।कुवंर पाल सिंह गौतम का कहना है लगभग छह साल बीत गए।लेकिन किसी अधिकारी ने स्कूल सोत नदी का पक्का पुल,सड़क बनवाने की तो दूर की बात।किसी ने इस तरफ झांक कर भी नहीं देखा। 
 
बरसात के समय में लोगों का टूट जाता संपर्क
बेहटा जंगल से रहीमादासपुर गांव की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है।रहीमादासपुर से लिंक मार्ग मुस्तफा नगर तक लगभग 1 किलोमीटर की दूरी है। दोनों गांव के बीच सोत नदी का बहाव है।बारिश के समय में दोनों गांव के लोगों का संपर्क टूट जाता है।जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। 
 
यहां पर हर वर्ष बनाते हैं लकड़ी का पुल
रहीमादासपुर गांव के पास पक्के पुल का निर्माण कराने में असमर्थ ग्रामीणों को स्वयं के खर्चे से हर साल समस्या का समाधान ढूंढना पड़ता है।प्रत्येक वर्ष ग्रामीण लकड़ी का अस्थाई पुल बनाने को मजबूर हैं।जगतपाल, संतराम,सुनील,विनोद ने बताया यहां पर हर वर्ष लकड़ी का पुल बनता है और बरसात में नदी में समा जाता है।
 
उधर इस संबंध में कलान के प्रभारी चिकित्साधिकारी दिनेश सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव के लोगों ने आज भी पोलियो की दवा नहीं पिलाई। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक डीएम या सीडीओ मौके पर आकर श्वसन नहीं देंगे।तब तक पोलियो ड्राप नहीं पिलाएंगे। 2 दिन के अंदर यदि उक्त अधिकारी मौके पर आकर आश्वासन नहीं देते हैं।सोमवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जाएगी।स्वास्थ्य विभाग की टीम में एमओआईसी कलान डॉ दिनेश सिंह यादव,डब्ल्यूएचओ मॉनिटर, बीसीपीएम एवं अनुपम त्रिपाठी मौजूद रहीं।स्वास्थ्य विभाग की टीम को मजबूरन बगैर पोलियो की दवा पिलाये बैरंग वापस लौटना पड़ा।
 

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