महाविद्यालय में हिंदी पखवाड़े के आयोजन का हुआ शुभारंभ

महाविद्यालय में हिंदी पखवाड़े के आयोजन का हुआ शुभारंभ

स्वतंत्र प्रभात
अम्बेडकरनगर।रमाबाई राजकीय महिला महाविद्यालय अकबरपुर में हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी पखवाड़े के आयोजन का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य व संरक्षक प्रोफेसर शेफाली सिंह द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर  माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन  कर किया गया I  हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत  14 सितंबर 2023 से 29 सितंबर 2023 तक विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा I  आज इस प्रतियोगिता का शुभारंभ कविता वाचन की प्रतियोगिता के साथ प्रारंभ हुआ I इस अवसर पर छात्राओं ने स्वरचित कविताओं का पाठ किया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान -निष्ठा मिश्रा,द्वितीय स्थान- शुभा सिंह तथा तृतीय स्थान - मानवी वर्मा ने प्राप्त किया।


     इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर शेफाली सिंह ने कहा कि भारत में सैकड़ों भाषा व लिपि बोली-पढ़ी जाती हैं, लेकिन हिंदी राष्ट्र को जोड़ने का काम करती है। यह हमारे राष्ट्र की धरोहर है, हमें इसे संजोए रखना चाहिए। साथ ही हिंदी को राष्ट्र व निज उन्नति का मूल बताया। हिंदी भाषा के महत्व को जानने, हिंदी भाषी होने पर गर्व करने के लिए आप देश दुनिया के इन महान विभूतियों के अनमोल विचारों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया।इस अवसर पर हिंदी  विभाग के प्रो.विश्वनाथ द्विवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अपने विचार और भावनाओं को मौखिक और लिखित रूप से प्रकट करने के लिए हमें भाषा की आवश्यकता होती है। इसलिए भाषा बहुत अधिक महत्वपूर्ण होती है। भारत विविधताओं वाला देश है, जिसमें विभिन्न धर्म, जाति के लोग रहते हैं, लेकिन इन सभी लोगों को हिंदी भाषा ने जोड़ कर रखा हुआ है। यह सबसे प्राचीनतम भाषाओं में से एक है और मुख्य रूप से भारत में बोली जाती है।हिंदी भाषा के महत्त्व को जानते हुए ही इसे राष्ट्र भाषा को उपाधि दी गई है। इस अवसर पर हिन्दी विभाग प्रभारी प्रोफेसर सुधा ने बताया किभारत अनेकता में एकता वाला देश है।अपने विविध धर्म, संस्कृति, भाषाओं और परंपराओं के साथ, भारत के लोग सद्भाव, एकता और सौहार्द के साथ रहते हैं। भारत में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं में, हिंदी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली और बोली जाने वाली भाषा है। कार्यक्रम का संचालन डॉ अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने किया।
     इस अवसर पर महाविद्यालय के मुख्य शास्ता प्रो अरविंद कुमार वर्मा, प्रोफेसर अरुण कांत गौतम,अनूप पांडेय, सीता पांडेय, कृष्ण कुमार विश्वकर्मा, रवींद्र वर्मा, डॉ महेंद्र यादव, सतीश उपाध्याय, डॉ मनोज गुप्ता, चंद्रभान, डॉ नंदन सिंह, डॉ अतुल कुमार कनौजिया, डॉ सीमा यादव, डॉ पूनम, वी.प्रिया, व महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थित रही।

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