
किसान की बेटी का भारतीय टीम में हुआ चयन
डलमऊ रायबरेली
गांव की गलियों से निकलकर एक होनहार ने गांव ही नहीं अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है भारतीय अंडर 16 वूमेन वालीबॉल टीम में चयन होने के बाद क्षेत्र में बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया डलमऊ तहसील क्षेत्र के घुरवारा की रहने वाले किसान मनोज मौर्य की बेटी कोमल मौर्य का भारतीय वालीबॉल टीम में चयन हो गया हालांकि गुरुवार को उसे खेलो इंडिया टीम में भी चयन होने का पत्र प्राप्त हुआ
लेकिन वह वालीबॉल टीम में चयन होने के चलते खेलो इंडिया टीम में हिस्सा नहीं ले पाएंगी पिछले 3 वर्ष पूर्व गांव से वॉलीबॉल व भारतीय थल सेना का प्रतिनिधित्व करने वाले ऋषि मौर्या ने गांव की क्षमताओं को निखारने के लिए निजी स्रोतों से एक स्टेडियम का निर्माण कराया जहां पर गांव के साथ ही आसपास के छोटे बच्चों को खेल के प्रति जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण देना शुरू किया एक के बाद एक बड़ी संख्या में बच्चे प्रतिदिन स्टेडियम में अभ्यास करने लगे ऋषि जब भी छुट्टियों में घर आते तो इन बच्चों को खेल के प्रति प्रशिक्षित करते और इनके प्रतिभाओं को निखारने का काम करते समय समय पर प्रदेश स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का भी आयोजन करते रहे ।
इसी में गांव के मनोज मौर्य की बेटी कोमल मौर्य ने भी हिस्सा लिया अपनी प्रतिभा के बल पर वह खेलती रही जून 2022 में रायपुर छत्तीसगढ़ स्थित साईं ट्रेनिंग सेंटर में उसने ट्रायल दिया और वहां पर चयनित हो गई और वहीं पर ट्रेनिंग लेने लगी इसी दौरान भुवनेश्वर उड़ीसा में भारतीय अंडर 16 वूमेन एशियन चैंपियनशिप के लिए ट्रायल का आयोजन किया गया जो चाइना में होना है इसमें कोमल ने ट्रायल दिया और उसमें उसका चयन हो गया वर्तमान समय में कोमल उड़ीसा में प्रशिक्षण ले रही हैं गांव के ही गांधी इंटर कॉलेज में कक्षा आठ की पढ़ाई करने के बाद कोमल रायपुर छत्तीसगढ़ चली गई और वहीं से कक्षा 9 की पढ़ाई भी कर रही हैं
वूमेन एशियन चैंपियनशिप अंडर 16 भारतीय वालीबॉल टीम में चयन होने के बाद क्षेत्र से बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया है कोमल की छोटी बहन कुमकुम भी सम्राट स्टेडियम में अभ्यास कर रही हैं गुरुवार को खेलो इंडिया टीम में चयन के लिए भी पत्र प्राप्त हुआ लेकिन कोमल का कहना है कि वह भारतीय टीम में चयन होने के बाद खेलो इंडिया में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। कोमल के कोच ऋषि मौर्या का कहना है कि उन्होंने गांव में प्रतिभाओं को निखारने के लिए स्टेडियम का निर्माण कराया मेहनत और लगन के बल पर आज स्टेडियम से एक-एक करके कई बच्चे आगे बढ़ रहे हैं इसके पूर्व 8 लड़के और 8 लड़कियां प्रदेश स्तरीय खेल में हिस्सा ले चुके हैं l
वर्तमान समय में सम्राट स्टेडियम घुरवारा में 100 से अधिक बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं जब भी मैं छुट्टी से घर आता हूं तो इन बच्चों को प्रशिक्षित करता हूं अपने निजी स्रोतों के द्वारा खेल सामग्री के साथ ही बच्चों के फिटनेस का ख्याल रखा जाता है अभी तक जिला प्रशासन या शासन स्तर से कोई भी मदद नहीं मिल पाई है यदि सरकारी सहायता मिलती है तो यहां से और अधिक प्रतिभाओं को निखारा जा सकता है
About The Author
Related Posts
Post Comment
आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Comment List