दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और नर गैंडे की मौत- मचा हड़कंप

दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और नर गैंडे की मौत- मचा हड़कंप

दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और नर गैंडे की मौत- सोनारीपुर रेंज के ककरहा सेक्शन 6 में नर गैंडे का शव मिलने से पार्क प्रशासन में मचा हड़कंप- पांच डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया गैंडे के शव का पोस्टमार्टम लखीमपुर-खीरी (उ.प्र.) प्रदेश के इकलौते दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और नर गैंडा

दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और नर गैंडे की मौत- सोनारीपुर रेंज के ककरहा सेक्शन 6 में नर गैंडे का शव मिलने से पार्क प्रशासन में मचा हड़कंप- पांच डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया गैंडे के शव का पोस्टमार्टम

लखीमपुर-खीरी (उ.प्र.)

प्रदेश के इकलौते दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और नर गैंडा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी है। मंगलवार को दक्षिण सोनारीपुर रेंज के ककरहा बीट नंबर 6 में एक छह वर्षीय नर गैंडे का शव मिलने से पार्क प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है।गैंडे का शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंचे वन विभाग ने शव को कब्जे में ले लिया है। घटनास्थल पर पार्क उपनिदेशक मनोज कुमार सोनकर व एसडीओ एसके अमरेश मौके पर पहुंचे। पीसीसीएफ के निर्देशानुसार सारे कार्य किए जा रहे हैं।

दुधवा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक और नर गैंडे की मौत- मचा हड़कंप

वन विभाग का कहना है कि प्रथम दृष्टया गैंडे की मौत का कारण आपसी संघर्ष प्रतीत हो रहा है। वास्तविक मौत की स्थिति पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। पीएम के लिए पांच डाॅक्टरों का पैनल बनाया गया है, जिसमें डॉ. उत्कर्ष शुक्ला (चिड़ियाघर लखनऊ) डॉ. अशोक (आरवीआई बरेली) डॉ. जेबी सिंह उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर दक्ष गंगवार (डब्ल्यूटीआई पीलीभीत) व डॉक्टर दयाशंकर (दुधवा टाइगर रिजर्व) शामिल हैं। 


डीडी मनोज कुमार सोनकर के आते ही शुरू हो गया वन्य जीवों की मौत का सिलसिला
– शव मिलने के लगभग छह घंटे बाद सार्वजनिक की गयी गैंडे की मौत की सूचना- जलौनी लकड़ी व कटरुआ बीनने वाले तमाम गरीबों को जेल भेजने व उनसे मोटा जुर्माना वसूने के लिए चर्चित हैं डीडी मनोज कुमार सोनकर

लखीमपुर-खीरी (उ.प्र.)।

दुधवा पार्क उपनिदेशक मनोज कुमार सोनकर के मुताबिक गैंडे का शव मंगलवार की सुबह दस बजे मिला था, जिसको लगभग चार बजे सार्वजनिक किया गया। वन विभाग ने गैंडे की मौत को छिपाने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। बता दें कि दुधवा टाइगर रिजर्व में उपनिदेशक की कुर्सी पर जब से डीडी मनोज सोनकर का आगमन हुआ है, तब से पार्क क्षेत्र के वन्य जीवों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। डीडी श्री सोनकर के दुधवा में आने से लेकर अब तक दो हाथियों व एक गैंडे की मौत हो चुकी है।

इस मामले में डीडी का कहना है कि दो हाथियों की मौत बफर क्षेत्र में हुई थी, जिससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। वैसे डीडी मनोज कुमार सोनकर अपनी अच्छी और ईमानदार कार्यशैली को लेकर काफी चर्चित हैं। वह अब तक कटरुआ व जलौनी लकड़ी बीनने वाले तमाम गरीबों को जेल भेजकर जुर्माना भी वसूल चुके हैं, लेकिन पता नहीं ऐसा कौन सा कारण रहा जो वह वन्य जीवों की मौतों व जंगल की बेशकीमती लकड़ी के तस्करों पर अब तक कोई अंकुश नहीं लगा सके।

फिलहाल कारण जो भी रहा हो, लेकिन पार्क क्षेत्र में दो हाथियों व एक गैंडे की मौत ने डीडी मनोज कुमार सोनकर की ईमानदार कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

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