सीडीओ ने किया एनआरसी का आकस्मिक निरीक्षण
सीडीओ ने किया एनआरसी का आकस्मिक निरीक्षण हरदोई। सीडीओ निधि गुप्ता वत्स ने आज जिला अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) की कुल क्षमता 20 बेड के सापेक्ष 02 बच्चे ही भर्ती पाये गये, जबकि 18 बेड खाली थे। मुख्य विकास अधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि कुपोषण के खात्में के लिए आंगनवाड़ी
सीडीओ ने किया एनआरसी का आकस्मिक निरीक्षण
हरदोई। सीडीओ निधि गुप्ता वत्स ने आज जिला अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) की कुल क्षमता 20 बेड के सापेक्ष 02 बच्चे ही भर्ती पाये गये, जबकि 18 बेड खाली थे। मुख्य विकास अधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि कुपोषण के खात्में के लिए आंगनवाड़ी के साथ आशा और एएनएम भी अपने क्षेत्रों में प्रचार करें। अति कुपोषित श्रेणी में चिन्हित बच्चों के अभिभावकों को एनआरसी के बारे में जानकारी दें और बच्चों को पोषित बनाये जाने हेतु भर्ती कराने हेतु प्रेरित करें।
एनआरसी पर उपलब्ध आक्सीजन सिलेण्डर का संचालन कराकर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा देखा गया। उक्त सिलेण्डर का संचालन रूचि त्रिवेदी, स्टाफ नर्स एवं शालिनी मिश्रा, न्यूट्रीशियन द्वारा नहीं किया जा सका। बाद में क्लीनर पंकज द्वारा उक्त सिलेण्डर का संचालन किया गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मौके पर उपस्थित प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसपी गौतम को एन0आर0सी0 पर तैनात समस्त स्टाफ को आक्सीजन सिलेण्डर के संचालन हेतु साप्ताहिक प्रशिक्षण हेतु निदेर्शित किया गया। स्टोर और किचन के निरीक्षण में खाद्य सामग्री खुली रखी मिली। इस पर नाराजगी जाहिर की तथा केयर टेयर गीता को हिदायत दी की बच्चों को दी जाने वाली खाद्य सामग्री ब्राण्डेड प्रयुक्त की जाये।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा एन0आर0सी0 पर उपलब्ध अभिलेख यथा कन्यूम रजिस्टर, मेडिकल रजिस्टर एवं स्टाक रजिस्टर तथा बच्चों को भर्ती किए जाने वाले अन्य अभिलेखों का निरीक्षण किया गया। यह सभी अभिलेख अधूरे पाये गये। इन अभिलेखों को अद्यावधिक किए जाने के निर्देश दिये गये।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा तैनात स्टाफ से बच्चों की दी जाने वाली औषधियों, डाइट चार्ट एवं अभिभावकों की काउन्सिंग के संबंध में विस्तृत जानकारी ली गयी और कहा उन्हें पोषण के संबंध में विस्तार से अवगत कराया जाये।
इसके अतिरिक्त मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पोषण वाटिका का निरीक्षण किया गया तथा सफाई व्यवस्था ठीक कराये जाने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण के समय डा0 जे0के0 वर्मा, डा0 एस0पी0 गौतम, श्री विजय तिवारी, केयर टेकर गीता, न्यूट्रीशिएन शालिनी मिश्रा, स्टाफ नर्स रूचि त्रिवेदी एवं क्लीनर पंकज उपस्थित रहे। चिकित्सा अधिकारी डा0 महेन्द्र प्रताप अनुपस्थित पाये गये। इससे पूर्व में वह माह अगस्त, 2019, सितम्बर, 2019, अक्टूबर एवं नवम्बर,2019 में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षण में अनुपस्थित पाये गये थे। मुख्य विकास अधिकारी चिकित्सा अधिकारी डा0 महेन्द्र प्रताप का स्पष्टीकरण प्राप्त कर यथोचित कार्यवाही के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को दिये गये।
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