LPG Cylinder: एलपीजी उपभोक्ता 31 दिसंबर तक कर लें ये काम, वरना बंद हो जाएगा कनेक्शन
आंकड़ों के अनुसार, अकेले भोपाल जिले में ही अब तक करीब 65 फीसदी एलपीजी कनेक्शनों की ई-केवायसी पूरी हो पाई है। जबकि जिले में विभिन्न कंपनियों के 8 लाख से अधिक एलपीजी कनेक्शन मौजूद हैं।
फर्जी कनेक्शन रोकने के लिए अनिवार्य हुई ई-केवायसी
फर्जी और डुप्लीकेट एलपीजी कनेक्शनों पर रोक लगाने और व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से पेट्रोलियम मंत्रालय ने एलपीजी कनेक्शन के लिए ई-केवायसी अनिवार्य की है। यह प्रक्रिया पिछले करीब एक साल से चल रही है, लेकिन अपेक्षित स्तर पर उपभोक्ताओं की भागीदारी नहीं दिख रही है।
घर बैठे या डीलर के पास जाकर कराएं ई-केवायसी
उपभोक्ता अपनी संबंधित एलपीजी कंपनी का मोबाइल ऐप डाउनलोड कर घर बैठे ई-केवायसी कर सकते हैं। इसके अलावा नजदीकी गैस एजेंसी या डीलर के पास जाकर भी यह प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। इसके लिए आधार कार्ड, एलपीजी कनेक्शन की उपभोक्ता पुस्तिका (डायरी) और मोबाइल नंबर साथ ले जाना होगा। यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क है।
एलपीजी वितरक आरके गुप्ता के अनुसार, उपभोक्ताओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यदि 31 दिसंबर तक ई-केवायसी नहीं हुई, तो कनेक्शन बंद किया जा सकता है।
उज्ज्वला योजना लाभार्थियों के लिए खास जरूरी
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन लेने वाले लाभार्थियों के लिए ई-केवायसी और भी अधिक महत्वपूर्ण है। 8वीं और 9वीं रिफिल पर मिलने वाली 300 रुपये की लक्षित सब्सिडी पाने के लिए हर वित्तीय वर्ष में बायोमेट्रिक आधार प्रमाणीकरण या ई-केवायसी अनिवार्य कर दी गई है।
यदि ई-केवायसी पूरी नहीं होती है, तो 7वीं रिफिल के बाद सब्सिडी रोक दी जाएगी। हालांकि, वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले ई-केवायसी पूरी कर लेने पर सब्सिडी दोबारा मिल सकती है।


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