तहसीलों  में 8 से 10 वर्षों से जमे कानूनगो और लेखपाल, अधिकारी बने मुख  दर्शक

ताड़  का तिल बनाकर लगाते रिपोर्ट वसूल करते  मोटी रसूख

 तहसीलों  में 8 से 10 वर्षों से जमे कानूनगो और लेखपाल, अधिकारी बने मुख  दर्शक

गोरखपुर। गोरखपुर जनपद के तहसीलों  में कानूनगो और लेखपाल का बोलबाला अधिकारियों को दिगभ्रमित कर एक ही तहसील में 8 से 10 वर्षों से  रहकर अधिकारियों को गुमराह करके फर्जी तरीके से लगवाते हैं ।  रिपोर्ट बदले में लेते हैं, मोटी रसूख 8 से 10 वर्षों से जनपद के तहसीलों में जमे रहने वाले कानूनगो और लेखपाल अन्य लेखपालों को 10 वर्षों से जमे रहने का दिखाते हैं, प्रभाव कि हमारा कोई अधिकारी बाल बांका नहीं कर पाएगा ।
 
जिससे नए अधिकारी और नए कर्मचारी इन कानूनगो और लेखपाल के प्रभाव में रहकर करते हैं, काम  तहसील के कानूनगो और लेखपालों के ऊपर नहीं होता कोई नियम लागू। तहसील में 8 से 10 वर्ष से जमे कानूनगो और लेखपाल ताड़ का तिल और तिल का ताड़ बनाकर लगाते हैं, रिपोर्ट और वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर  हस्ताक्षर करवा कर वसूलते हैं। मोटी रसूख इस कारनामे से  तहसील की खराब हो रही छवि अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी बने हुए हैं।
 
मुखदर्शक ऐसे कानूनगो और लेखपाल के न रहने से क्या तहसील के अंतर्गत मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजनाओं का  तहसील निवासियों को नहीं मिल सकेगा लाभ  अधिकारियों का एक से दो साल में होते रहता है।  तबादला तब भी तहसीलों और जिलों में आने वाला अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए करता है तहसील और जिले  का चौमुखी विकास वरिष्ठ अधिकारियों को ऐसे कानूनगो और लेखपालों को चिंहित कर करना चाहिए। तबादला जिससे आने वाले नए अधिकारी और कर्मचारी बिना किसी  दबाव के कर सकें अपने तहसील में विकास के कार्य।

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