पाकिस्तान में हो दोबारा चुनाव- पूर्व PM इमरान बोले, दी भूख हड़ताल की धमकी देश को बचाने के लिए जरुरी है ये
International Desk
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को देश में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की। पाकिस्तान के न्यूज चैनल जियो न्यूज के मुताबिक इमरान ने कहा कि पूरा देश जानता है कि 2024 का चुनाव पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा धोखा था। अगर देश को बचाना है तो दोबारा चुनाव कराना होगा।
उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि मुझे भगवान पर विश्वास है। मैं आजादी के लिए लड़ता रहूंगा। मैं एक साल से जेल में बंद हूं और इन अत्याचारियों के आगे कभी नहीं झुकूंगा। इसके अलावा इमरान ने कहा कि अगर मेरे खिलाफ जेल में जुर्म कम नहीं हुआ तो मैं भूख हड़ताल करूंगा। अगर जेल में भूख हड़ताल होगी तो पाकिस्तान के हर शहर में ये हड़ताल होगी।
इमरान पिछले साल अगस्त से जेल में बंद है
इमरान खान को अगस्त 2023 को तोशाखाना केस में गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि 3 जुलाई को कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। लेकिन इसके बाद भी वह जेल में ही बंद है। दरअसल, इस साल फरवरी में पाकिस्तान में हुए चुनाव से कुछ दिन पहले ही इमरान को 3 मामलों में कुल 31 साल की सजा सुनाई गई थी।
नियम क्या है
पाकिस्तान की पत्रकार आलिया शाह के मुताबिक पाकिस्तान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या दूसरे पद पर रहने वालों को मिले तोहफों की जानकारी नेशनल आर्काइव को देनी होती है। इन्हें तोशाखाना में जमा कराना होता है। अगर तोहफा 10 हजार पाकिस्तानी रुपए की कीमत वाला होता है तो बिना कोई पैसा चुकाए इसे संबंधित व्यक्ति रख सकता है।
तोहफे की अनुमानित कीमत अगर 10 हजार से ज्यादा है तो 20% कीमत देकर गिफ्ट अपने पास रखा जा सकता है। अगर 4 लाख से ज्यादा का गिफ्ट है तो इसे सिर्फ वजीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) या सदर-ए-रियासत (राष्ट्रपति) ही खरीद सकता है। अगर कोई नहीं खरीदता तो नीलामी होती है।
इमरान ने यहां भी खेल कर दिया। 2 करोड़ का तोहफा कहीं 5 लाख तो कहीं 7 लाख का बता दिया। इसी कीमत पर इन्हें खरीदा और फिर ओरिजिनल कीमत से भी कई गुना ज्यादा पर बेच दिया। यह काम खान के मंत्री जुल्फी बुखारी और बुशरा बीबी की दोस्त फराह खान उर्फ फराह गोगी ने किया था।
एक और खास बात यह है कि फराह गोगी उसी दिन (10 अप्रैल 2022) पाकिस्तान से एक प्राइवेट जेट से फरार होकर दुबई पहुंच गई थीं, जिस दिन इमरान खान की सरकार गिरी थी।
तोशाखाना केस क्या है
पिछले साल उस वक्त की सरकार (सत्ताधारी पाकिस्तानी डेमोक्रेटिक मूवमेंट या PDM) ने चुनाव आयोग के सामने तोशाखाना गिफ्ट मामला उठाया था। कहा था कि इमरान ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न देशों से मिले गिफ्ट को बेच दिया था। इमरान ने चुनाव आयोग को बताया था कि उन्होंने तोशाखाने से इन सभी गिफ्ट्स को 2.15 करोड़ रुपए में खरीदा था, बेचने पर उन्हें 5.8 करोड़ रुपए मिले थे। बाद में खुलासा हुआ कि यह रकम 20 करोड़ से ज्यादा थी।
करीब तीन साल पहले अबरार खालिद नाम के एक पाकिस्तानी शख्स ने इन्फॉर्मेशन कमीशन में एक अर्जी दायर की थी। कहा- इमरान को दूसरे देशों से मिले गिफ्ट्स की जानकारी दी जाए। जवाब मिला- गिफ्ट्स की जानकारी नहीं दी जा सकती। खालिद भी जिद्दी निकले। उन्होंने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान से पूछा था- आप तोहफों की जानकारी क्यों नहीं देते? इस पर खान के वकील का जवाब था- इससे मुल्क की सलामती यानी सुरक्षा को खतरा है। दूसरे देशों से रिश्ते खराब हो सकते हैं। इसलिए अवाम को दूसरे देशों से मिले तोहफों की जानकारी नहीं दे सकते।
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