इंटर लाकिंग में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत पर अवर अभियंता ने की जांच

 अवर अभियंता ने अपने  मन मुताबिक खंड विकास अधिकारी को सौंपी जांच रिपोर्ट 

इंटर लाकिंग में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत पर अवर अभियंता ने की जांच

स्वतंत्र प्रभात बीकेटी।

 

विकासखंड बीकेटी के अंतर्गत ग्राम पंचायत गोहना कला में बनाई जा रही लगभग 60 मीटर इंटरलाकिंग निर्माण कार्य में धड़ल्ले से घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है।गांव के लोगों ने ग्राम प्रधान और  ब्लाक के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।उक्त मामले को स्वतंत्र प्रभात ने ,इंटरलॉकिंग में हो रहा भ्रष्टाचार का खेल ,अधिकारी मौन शीर्षक से अपने 15 जून 2024 के अंक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया।

स्वतंत्र प्रभात में प्रकाशित समाचार को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए खंड विकास अधिकारी पूजा पाण्डेय ने अशोक कुमार सिंह अवर अभियंता (ग्रा0अ0वि0)के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच रिपोर्ट मांगी थी।लेकिन अवर अभियंता ने मानक विहीन बनाई जा रही इंटरलाकिंग सड़क की जांचकर मनमानी रिपोर्ट लगाकर खंड विकास अधिकारी को प्रेषित कर गुमराह कर दिया।

 अवर अभियंता ने अपने  मन मुताबिक खंड विकास अधिकारी को सौंपी जांच रिपोर्ट  अवर अभियंता ने अपने  मन मुताबिक खंड विकास अधिकारी को सौंपी जांच रिपोर्ट 


            अवर अभियंता श्री सिंह द्वारा खंड विकास अधिकारी को भेजी गई अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि ग्राम पंचायत गोहना कला में सुमिरन यादव के घर से किशोरीलाल जायसवाल के घर तक इण्टरलॉकिंग कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय पाया गया कि लगभग 100 ईंट द्वितीय श्रेणी  स्तर की है, जिनको मौके पर उपस्थित ग्राम प्रधान को बॉक्सिंग से हटाने के निर्देश दे दिए गये है , मौके पर सीमेंट व कंक्रीट की कुटाई लोहे के दुर्मुट से चल रही थी, 100 ईंट छोड़कर शेष कार्य की गुणवत्ता संतोषजनक व मानक के अनुरूप है।

 

लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि अवर अभियंता द्वारा जांच के समय सभी तथ्यों को छुपाते हुए इंटरलाकिंग सड़क की जांच ही सही ढंग से नहीं की गई है। जबकि यदि जिले के किसी भी उच्चाधिकारी द्वारा उक्त इंटरलाकिंग सड़क की जांच ही सही ढंग से कर ली जाए तो खंड विकास अधिकारी को अवर अभियंता द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट की पोल खुल जायेगी।

About The Author

Post Comment

Comment List

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

कविता
संजीव-नी। 
संजीव-नी।
संजीव-नीl
संजीव-नी।