पटेल नगर में पानी के लिए त्राहिमाम करती जनता का असली गुनहगार क्षेत्र का विधायक दें स्तीफा एस के चौबे

पटेल नगर में पानी के लिए त्राहिमाम करती जनता का असली गुनहगार क्षेत्र का विधायक दें स्तीफा एस के चौबे

स्वतंत्र प्रभात विशेष संवाददाता 
 
नई दिल्ली पटेल नगर इस समय दिल्ली का पटेल नगर पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहा है पटेल नगर विधान सभा के पंजाबी बस्ती, होली चौक, नेपाली मंदिर, गुलशन चौक, गायत्री कॉलोनी, अंबेडकर पार्क, शिव मंदिर, जोगी बस्ती, भील बस्ती सीताराम पार्क क्षेत्र की भौगोलिय स्थिति पहाड़ी पर बसे होने के कारण ऊंची नीची है जिसके कारण नल से जल की सप्लाई आज तक नही हो पाई, उपरोक्त इन क्षेत्रों में टैंकर से पानी आना संभव हो पाता है जबकि चुनाव चाहे कोई भी हो सब के सब उम्मीदवार उपरोक्त क्षेत्रों में पहला मुद्दा नल से जल देने का ही बनाते है और इसी मुद्दे पर वोट मांगते है।
 
इसी तरह वादा करके विगत विधान सभा चुनाव में यहां के विधायक माननीय राज कुमार आनंद भी विधायक बने जिन्होंने सब उम्मीदवारों से दो कदम आगे बढ़ाकर बोला था कि चुनाव जीतने के बाद छः महीने में नल से जल जनता को दे दूंगा। अब स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि जनता घूट भर पानी के लिए तरस रही क्योंकि टैंकर माफिया का कारोबार अपने चरम स्तर पर पहुंच चुका है जिसमे पूरा सहयोग दिल्ली जल बोर्ड के साथ चुने गए विधायक व उनके लोगों की है।
 
आज हमारे विशेष संवाददाता ने क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी व राजनीतिक कार्यकर्ता एस के चौबे से बात किए जिसके दौरान एस के चौबे ने पानी के लिए तरसती जनता की समस्या का जिम्मेदार क्षेत्र के विधायक को माना और उन्होंने ने बताया कि पटेल नगर की जनता का दुर्भाग्य रहा कि ऐसे विधायक को इस जनता ने चुना क्योंकि जिस 50 डिग्री सेल्सियस तापमान में बाहर निकलने के बाद आदमी झुलस जाता हो उस तापमान में जनता पानी के लिए भटक रही है और ये जनता के द्वारा चुना हुआ विधायक सेवा करने के बजाय भगोड़ों की तरह जनता को मरता छोड़ राजनीति करने में मशगूल है।
 
अगर विधायक में थोड़ी सी भी इंसानियत है तो जनता को इस गंभीर समस्या से निकाले या इस्तीफा देकर घर में बैठ जाय और भी चौबे ने सीधे जल बोर्ड के अधिकारियों को भी चेतावनी दिए कि इस गंभीर समस्या से जनता को निजात दिलाए अन्यथा जनता से सीधा सामना करना पड़ेगा इन जल बोर्ड के शोहदे अधिकारियों को। जनता को पानी किसी भी हाल में उपलब्ध कराना होगा उसके लिए जल बोर्ड टैंकर की व्यवस्था चाहे कैसे भी करें। आज टैंकर न होने का रोना रोकर जल बोर्ड लोगों को प्यासा नही मार सकता। अगर एक हफ्ते में पानी की समस्या का निदान जल बोर्ड द्वारा नही किया गया तो जनता सड़क पर उतरने को मजबूर होगी।

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