प्रखंड प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने चलाया जागरूकता अभियान

डायन बिसाही, नशापान जैसी कुरीतियों को लेकर लोगों को किया गया जागरूक

 प्रखंड प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने चलाया जागरूकता अभियान

अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर ग्रामीण डायन-बिसाही की बात मान लेते हैं, हत्याएं होती हैं महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है: मेरी लकड़ा

चैनपुर चैनपुर प्रखंड अंतर्गत कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र के बारडीह गांव में बुधवार को प्रखंड प्रशासन एवं प्रखंड के जनप्रतिनिधियों के द्वारा समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ ग्रामीणों के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया। इस जागरूकता अभियान में लोगों को संबोधित करते हुए चैनपुर जिला परिषद मेरी लकड़ा ने कहा कि अंधविश्वास समाज के लिए सबसे बड़ा कलंक है। अंधविश्वास के मकर जाल में फंसकर ग्रामीण क्षेत्र में आए दिन डायन बिसाही जैसे मामले सामने आते हैं जिसमें कई बार हत्या जैसी घटना को भी अंजाम दिया जाता है।
 
अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर ग्रामीण डायन-बिसाही की बात मान लेते हैं। हत्याएं होती हैं। महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है। उन्होंने कहा कि डायन कुप्रथा से न केवल महिलाओं में बल्कि समाज में भी नकारात्मक विचार धारा बन रही है। हम सभी 21 वीं शताब्दी में हैं। हमें जरूरत है विकास की न कि ऐसे कुप्रथा में फंस कर रहने की। लोगों को इसके लिए व्यापक स्तर पर जागरूक करने की जरूरत है।कमजोर व असहाय महिलाओं को डायन बताकर प्रताड़ित करने की कुप्रथा के कारण कई बार स्थिति भयावह हो जाती है। ऐसी घटनाओं के पीछे किसी न किसी का स्वार्थ भी छुपा रहता है।
 
ऐसे लोगों की पहचान करने की जरूरत है। मौके पर चैनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी यादव बैठा ने कहा कि लोगों को जागरूक करना जरूरी है। डायन के नाम पर महिलाओं को प्रताड़ित करना एक अशिक्षित समाज को दर्शाता है। वर्तमान समाज में ऐसी कुप्रथाओं के लिए जगह नहीं है। ऐसे कुप्रथाओं में शामिल होने वाले लोगों के लिए विशेष कानून बनाया गया है इस कानून के तहत पकड़े जाने वाले लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाती है और उसमें बेल तक नहीं मिलता है। आवश्यकता है कि ऐसी कुप्रथाओं से खुद को दूर रखें और अगर इस तरह की कोई भी घटना होती है तो आप सीधे पुलिस से संपर्क कर सूचना दें पुलिस आपकी हर संभव मदद करेगी।
 
आज के जागरूकता कार्यक्रम में बाल विवाह के बारे में बोलते हुए बारडीह पंचायत के मुखिया ईश्वर खेस ने कहा कि बाल विवाह भी अपने आप में बहुत बड़ा अपराध है क्योंकि विवाह का भी एक समय होता है। अकसर देखा जाता है कि ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ने लिखने वाले बच्चों का कम उम्र में ही विवाह कर दिया जाता है। जिससे बच्चों पर शारीरिक और मानसिक रूप से भी असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का विवाह सरकार द्वारा तय किये गए उम्र के बाद ही करें बाल उम्र में अपने बच्चों का विवाह न करें बच्चों को स्कूल भेजें और अच्छी शिक्षा दिलाये।
 
उन्होंने बाल मजदूरी के बारे में कहा कि जिस उम्र में बच्चों को किताब लेकर स्कूल जाना चाहिए वही बच्चे आज मजदूरी कर रहे हैं यह भी बहुत बड़ा अपराध है ऐसे अभिभावक जो अपने बच्चों को मजदूरी करने हेतु प्रेरित करते हैं अगर वह पकड़े जाएंगे तो वह भी सजा के हकदार होंगे। कार्यक्रम में नशा पान को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार या समाज को दूषित करने का सबसे बड़ा कारण नशा भी है जो कभी भी समाज या परिवार को फलने फूलने नहीं देता है। और साथ ही साथ गंभीर बीमारी का आविष्कार होता है जिससे आर्थिक और शारीरिक दोनों रूप से नुकसान होता है।
 
अकसर आप देखते होंगे कि शराब पीकर वाहन चलाने पर ज्यादातर एक्सीडेंट होती है जिससे लोग गंभीर रूप से घायल होकर विकलांग हो जाते हैं तो कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं। जमीन विवाद के बारे में उन्होंने कहा कि अगर जमीन जगह को लेकर विवाद होती है तो आप अंचल अधिकारी और पुलिस का सहयोग लेना चाहिए ना कि आपस में लड़ाई करें इन जैसी सारी समस्याओं का समाधान थाना स्तर में सुलझाने का प्रयास किया जाएगा प्रत्येक बुधवार को थाना में भूमि समाधान दिवस मनाया जाता है जिसमें सिर्फ भूमि संबंधी विवाद का निवारक किया जाता है जरूरत है कि हम जागरूक होकर ग्राम सभा आयोजित करें सारे समस्याओं का समाधान हो सकता है।
 
इसके लिए आवश्यक है कि हम सभी शिक्षा की ओर अग्रसर हो अपने बच्चों को शिक्षित करें ताकि इस तरह की कोई भी घटना हमारे क्षेत्र में हमारे समाज में ना हो अगर इस तरह की कोई भी घटना होती है तो आप लोग सीधे पुलिस को सूचना देकर एवं सहयोग करें। इस मौके पर मुख्य रूप से कातीग  मुख्या मधुरा मिंज, बीपीआरओ संदीप टेटे, जेएसएलपीएस बबीता कुमारी साथ ही जेएसएलपीएस की दीदी आंगनबाड़ी सेविका सहायिका मौजूद थे। 

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