तपशि और गर्म हवाओं ने लोगों को किया बेहाल

- सुबह 10 बजे के बाद लोगों का घरों से निकलना हो रहा मुश्किल

तपशि और गर्म हवाओं ने लोगों को किया बेहाल

- आसमान पर छा रहे बादल, लेकिन बारिश न होने से मायूसी

बांदा। मई माह के आखिरी दिनों में तापमान 49 डिग्री तक पहुंच गया। जून माह की शुरुआत में ही आसमान पर बादल तो नजर आए, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। इसकी वजह से मौसम गर्म है। रविवार को तापमापी पारे की सुई 46 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तक पहुंची, जबकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। दिन में जबरदस्त तपिश और गर्म हवाओं के झोकों ने लोगों को बेहाल कर दिया है। पूरा दिन लोग पसीना-पसीना नजर आ रहे हैं।

लगातार तपिश और गर्म हवाओं के झोकों के कारण तापमान भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को तापमान 46 डिग्री सेल्सियस अधिकतम रेकार्ड किया गया। तापमान बढऩे की वजह से सुबह आठ बजे से ही गर्म हवाओं के झोंके चलने लगते हैं। सुबह 10 बजे के बाद लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। मजबूरन जो लोग अपने घरों से बाहर निकल भी रहे हैं वह सिर पर गमछा या तौलिया डालकर निकल रहे हैं। तेज धूप से बचाव के लिए लोग छाता का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। पिछले दो दिनों से आसमान पर बदली छा जाने से लोगों को धूप से कुछ राहत तो मिली, लेकिन उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया।

बादल छा जाने से लोगों को बारिश की उम्मीद नजर आती है, लेकिन तेज हवा के बाद आसमान साफ हो जाने की वजह से फिर से तल्ख धूप लोगों को बेजार कर रही है। जबरदस्त गर्मी की वजह से राह चलते हुए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रास्ते में जहां भी छांव नजर आती है, लोग वहीं पर रुक जाते हैं। रास्ता चलते हलक सूखने पर लोगों को पानी भी नहीं मिल पा रहा है। शहर में प्याऊ तो खुलवाए गए हैं, लेकिन उनमें पानी भरने का काम नहीं किया जा रहा है।

इसकी वजह से प्याऊ भी शोपीस ही साबित हो रहे हैं। मजबूरन लोग ठंडे पेय पदार्थों की दुकानों में पहुंचकर सूखे हलक को तर करते हुए नजर आ रहे हैं। लगातार गर्मी की वजह से लोग बेहाल है। लोगों का कहना है कि तपिश होने के कारण कूलर और पंखे भी काम नहीं कर रहे हैं। पंखों से जहां गर्म हवा निकल रही है, वहंीं कूलर भी ठंडी हवा न देते हुए उमस बढ़ा रहा है। लोगों का कहना है कि जब तक बारिश नहीं होगी, तब तक गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है।

About The Author

Post Comment

Comment List

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

कविता
संजीव-नी। 
संजीव-नी।
संजीव-नीl
संजीव-नी।