जांच की आंच के बचाव में प्रोग्राम मैनेजर ने किया गलत रिपोर्टिंग

बौखलाया प्रोग्राम मैनेजर कर रहा अनाप-शनाप काम

जांच की आंच के बचाव में प्रोग्राम मैनेजर ने किया गलत रिपोर्टिंग

एम्बुलेंस बन गया हेलीकॉप्टर 7 मिनट तय की लगभग 20 किलोमीटर 

आलापुर/अम्बेडकरनगर। जनपद अम्बेडकरनगर में एम्बुलेंस विभाग में जमकर हो रहे फर्जी वाड़े में दिलचस्प मोड़ आ गया जिसमें एक ईमटी की नौकरी प्रोग्राम मैनेजर के गलत रिपोर्टिंग से चली गई जबकि जिले में एम्बुलेंस विभाग में फर्जी वाड़े की खबर चलने से विगत कयी माह पहले ही बर्खास्त इमटी का स्थानांतरण जनपद अम्बेडकरनगर से जनपद महराजगंज में हो गया था।बर्खास्त ईमटी मनमोहन प्रजापति निवासी ग्राम चहोड़ा शाहपुर रामनगर आलापुर अम्बेडकर नगर ने बाकायदा मीडिया कर्मियों को अपने बयान में बताया कि जनपद अम्बेडकर नगर के प्रोग्राम मैनेजर (पीएम) अमित वर्मा ने शक की बुनियाद पर जीवीके कम्पनी को बताया कि मनमोहन प्रजापति का जनपद अम्बेडकरनगर से महराजगंज जिला में स्थानांतरण होने से अपने भाई पत्रकार अमित मांझी से मिलकर जनपद अम्बेडकर नगर में बवाल मचाया है जिसके कारण कम्पनी द्वारा इमटी मनमोहन प्रजापति को महराजगंज के सीनियर द्वारा बर्खास्त का मेल मिला।
 
इस बात की पुष्टी हेतु मीडिया ने अम्बेडकरनगर जनपद के पीएम (प्रोग्राम मैनेजर) अमित वर्मा के सीयूजी नंबर पर सम्पर्क करना चाहा तो फोन रिसीव होने के बजाय डिस्कनेक्ट कर दिया गया।बर्खास्त ईमटी ने ही बताया कि जनपद अम्बेडकर नगर में अमित वर्मा द्वारा फोन पर हमेशा यही आदेश आता था कि एक ही आईडी पर तीन तीन केस की आईडी किया करो।जिसकी आडियो काल रिकार्डिंग मीडिया/मनमोहन के पास सुरक्षित है।बातो बातों में ही मीडिया ने जिले के एक लोकेशन पर फोन के माध्यम से और पता चला कि प्रोग्राम मैनेजर अमित वर्मा ने धमकाते हुए हमसे कहे कि आप मनमोहन के खिलाफ कम्पनी को लिखो कि जनपद अम्बेडकर नगर में मीडिया बाजी स्थानांतरित इमटी मनमोहन प्रजापति ही करवा रहा है अन्यथा तुम्हारी भी नौकरी जा सकती है।यह बात साथी द्वारा मीडिया से फोन पर हुई जिसकी रिकार्डिंग सुरक्षित है।
IMG-20240601-WA0066
जबकि जनपद अम्बेडकर नगर के सभी उच्चाधिकारी इस फर्जी वाड़े के बारे में अवगत हैं।बर्खास्त प्रोग्राम मैनेजर को होना चाहिए जो कि उसी के दिशा निर्देशानुसार सभी पायलट, इमटी गलत कार्य करने को मजबूर होते है।जिसकी पुष्टि मीडिया ने अनेको बार किया है।अब ऐसी स्थिति में बर्खास्त इमटी अपने दो नन्हे बच्चे का जीवन यापन कैसे करे जबकि छोटे बच्चे का एक पैर भी अभी हाल ही में फैक्चर हुआ है।कहीं न कहीं अपनी गर्दन फंसते देख उसने सीधे साधे इमटी मनमोहन प्रजापति को बलि का बकरा बना दिया।
 
एक बात जानकर सभी को अच्मभित करने वाला मामला सामने आया अपनी कमी को छुपाने के लिए एम्बुलेंस कर्मी किस हद तक गिर जाते हैं इसका उदाहरण आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहांगीर गंज में देखने को मिला एक 108 एम्बुलेंस आलापुर के पास लंगड़ी से मरीज उठाने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहांगीर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचती है और दोनों स्थान के बीच की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है गाड़ी 10.28 मिनट पर चलती है और 20 किलोमीटर मात्र 10.35 पर पहुचती है
 
जबकि गाड़ी की स्पीड 60 किलोमीटर बताई जाती है जब इस मामले में एम्बुलेंस प्रभारी विनोद मिश्रा से फोन पर वार्ता किया गया तो उन्होंने इसको गलत बताया जबकि एम्बुलेंस कर्मी के अनुसार यह मजबूरी है एक निश्चित समय में मरीज के पास पहुंचना होता है यह कम्पनी का टारगेट है जिससे यह साबित होता है एम्बुलेंस कम्पनी सरकार के आंखों में खुलेआम धूल झोंक रही है। जिससे मीडिया कर्मियों की पड़ताल अब और दिलचस्प होने की कवायद शुरू हो गई है।

About The Author

Post Comment

Comment List

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

कविता
संजीव-नी। 
संजीव-नी।
संजीव-नीl
संजीव-नी।