पाकिस्तान में बंद सूरज के जल्द भारत लौटने की जगी उम्मीद

घरवालों के शहर खुशी से खिल उठे

पाकिस्तान में बंद सूरज के जल्द भारत लौटने की जगी उम्मीद

अभी तक नही हुई कोई आधिकारिक घोषणा

मो.अरमान विशेष संवाददाता स्वतंत्र प्रभात उन्नाव

 उन्नाव। जनपद के रहने वाले सूरजपाल तीन साल पहले भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया। मीडिया के जरिए जब परिजन को सूरजपाल की रिहाई की खबर मिली तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे।

पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद सूरज जल्द लौटेगा भारत, परिजन कर रहे हैं बेसब्री से इंतजार, 

 

परिजनों को जगी उम्मीद

 

 सदर कोतवाली क्षेत्र के अकरमपुर स्थित सुल्तानखेड़ा गांव के रहने वाले सूरजपाल तीन साल पहले भारत की सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया था। महीनों तक तलाश कर रहे परिजनों को पता चला कि सूरज पाल पाकिस्तान जेल में बंद है। तब पाकिस्तान दूतावास ने भारतीय एम्बेसी को सूरजपाल के जेल में बंद होने की जानकारी दी थी। तब परिजन उसके घर लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। मीडिया के जरिए जब परिजन को सूरजपाल की रिहाई की खबर मिली तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे।

पत्नी सुरजा देवी का कहना है कि उन्हें पता था कि सूरजपाल जीवित है। वह जल्द घर लौट कर आएगा। अभी उन्हें अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। चचेरे भाई रमेश के मुताबिक उसका मोबाइल नंबर अधिकारियों के पास है। अभी तक सूरजपाल की रिहाई की सूचना अधिकृत तौर पर नहीं मिली है। यदि सूरजपाल की रिहाई हुई है, तो यह हमारे लिए बेहद खुशी की बात है। हम लोग चाहते हैं कि वह जल्द अपने घर लौट आए। हम सभी उसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 

रिहाई की खबर सुन खिल उठे लोगों के चेहरे 

बीती बातों को याद करते हुए रमेश बताते हैं कि सूरजपाल घर से अक्सर कई कई माह तक गायब रहता था। सूरजपाल के पिता स्वास्थ्य विभाग में नौकरी करते थे। बेटे की मानसिक स्थिति की चिंता में उनकी मौत हो गई थी। इकलौते बेटे के अचानक लापता होने से वृद्ध प्रेमा भी गुमसुम रहने लगी थी। पत्नी सुरजा देवी ने बताया कि तीन साल पहले पति कहीं चले गए थे। कुछ दिन तक परिजनों ने गौर नहीं किया। जब वह बहुत दिन तक नहीं लौटे तो खोजबीन शुरू हुई। कुछ दिन पहले जानकारी मिली थी कि सूरज पाल पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद है। बीएसएफ की ओर से परिजनों से संपर्क करके सूरजपाल की शीघ्र रिहाई का भरोसा दिलाया गया था। अब मीडिया से पता चला है कि मेरे पति सूरज पाल की रिहाई हो चुकी है। उसके लिए इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है।

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