human life
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

सुविधा ने दिया मार्ग, पर छीन ली मंज़िल

सुविधा ने दिया मार्ग, पर छीन ली मंज़िल सड़कें अब मंज़िल नहीं बतातीं। यह एक वाक्य नहीं, बल्कि आधुनिक जीवन की उस गहरी सच्चाई का दर्पण है, जो हमें हर कदम पर अपनी दिशाहीनता का अहसास कराता है। कभी सड़कें केवल रास्ते नहीं थीं, बल्कि...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

राष्ट्रीय मानसिक नैतिक,चारित्रिक शक्ति राष्ट्र की संपत्ति 

राष्ट्रीय मानसिक नैतिक,चारित्रिक शक्ति राष्ट्र की संपत्ति  मानव जीवन में स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन होता हैl मनुष्य यदि स्वस्थ्य नहीं रहेगा तो वह न तो परिवार व समाज में रचनात्मक भूमिका निभा सकता है और ना ही राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकता हैl तन के स्वस्थ...
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