स्वतंत्र प्रभात-
गोपालगंज-बिहार
गोपालगंज जिले के कुचायकोट प्रखंड के गरेया खाल में सैकड़ों वर्ष पूर्व भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों को स्वप्न में आकर ज़मीन के अन्दर से निकालने के लिए बोलने लगे।
आपको बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार सन् 18 सौ ईसवीं में गरेया खाल गाँव में अकाल जैसी स्थिति हो गयी थी बारीश बिल्कुल नहीं हो रही थी इसी कारण यहाँ के लोगों द्वारा कूवे की खुदाई होने लगी जिस जगह पर कुवे की खुदाई हो रही थी ठीक उसी जगह पर भगवान का शिवलिंग था बताया जाता हैं कि यहाँ ग्रामीणों द्वारा लगभग बीस फुट ज़मीन खोदने के बाद भगवान का शिवलिंग निकला शिवलिंग निकलने के बाद ग्रामीणों द्वारा खुदाई रोक दी गयी और उसी जगह पर मंदिर बना कर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना शुरु कर दी गयी
इस मंदिर के पुजारी जी द्वारा बताया गया कि यहाँ जो भी भक्त सच्चे हृदय से सच्चे मन से जो भी मन्नत माँगता है भगवान शिव पार्वती उसकी मन्नत जरुर पूरी करते हैं यहाँ सावन माह में तीसो दिन भक्त रुद्र अभिषेक तथा पूजा अर्चना करते हुए अपनी मन्नत पूरी करने के लिए भगवान की आराधना करते हैं।