Sanskar
कविता/कहानी  साहित्य/ज्योतिष 

संस्कार

संस्कार संस्कार वो जाति वो मज़हबकिस काम काजो सीखा ना सकेंपरायों से भी अपनापन। वो धर्म वो परंपराएकिस काम कीजो बात ना सकेंइंसान को इंसानियत। वो अपने वो पराएकिस काम केजो काम ना...
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