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कथावाचकों के लिए भी बने एक मानक

कथावाचकों के लिए भी  बने एक मानक    डॉ.दीपकुमार शुक्ल (स्वतन्त्र टिप्पणीकार) इटावा की घटना के बाद कथावाचकों को लेकर पूरे देश में बहस छिड़ी हुई है| यद्यपि भारतीय संस्कृति में कथावाचक जैसा कोई पद सृजित नहीं है| परन्तु बदले  परिवेश में यह शब्द धार्मिक अनुष्ठान का एक...
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