vichardhara.
विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

क्यों हो जाते हैं हम इतने नादान

क्यों हो जाते हैं हम इतने नादान    हम जानते है समझते है की कर्ता हमारी आत्मा है और आत्मा के द्वारा कृत को ही हम सब भोगते हैं  । सिर्फ जानना ही नहीं उसको जीवनके आचरणों में भी हमको लाना हैं । कहते है की...
Read More...

Advertisement