स्वतंत्र विचार
विचारधारा  स्वतंत्र विचार 

घटने की जगह बढ़ा है वीआईपी कल्चर 

घटने की जगह बढ़ा है वीआईपी कल्चर  भारत में वीआईपी कल्चर पर काफी समय से बहस चल रही है, इस बीच तमाम राजनैतिक दलों के द्वारा आवाज आई कि यह वीआईपी कल्चर ठीक नहीं है हम इसको समाप्त करेंगे। लेकिन यह बात केवल नारा बनकर ही रह...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

श्रमिकों का भारत को समृद्धिशाली बनाने में बड़ा योगदान

श्रमिकों का भारत को समृद्धिशाली बनाने में बड़ा योगदान भारत को स्वाधीन हुए 76 वर्ष हो गए हैं।मजदूर श्रमिकों को अभी तक उनके अधिकार नहीं मिले ।मजदूरों के जीवन स्तर में सुधार नहीं आए। मई दिवस/ मजदूर श्रमिक दिवस इस परिश्रमी में वर्ग को समर्पित है। मई दिवस अमेरिका...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

वोट जिहाद से डर गए महाबली

वोट जिहाद से डर गए महाबली मजबूरी है 4  जून तक बेतुकी सियासत के साथ आपके साथ बने रहना। बीते रोज कांग्रेस ने गांधी परिवार की पारम्परिक कहें  या पुश्तैनी सीट से राहुल  गांधी को अपना उम्मीदवार बनाकर भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दीं। भाजपा वैसे ही...
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मैं हूं मजदूर

मैं हूं मजदूर 01 मई, विश्व मजदूर दिवस विशेषालेख:
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14वें लोकसभा चुनाव - नही चला एनडीए का इंडिया शाइनिंग 

14वें लोकसभा चुनाव - नही चला एनडीए का इंडिया शाइनिंग  (नीरज शर्मा'भरथल')    13वें लोकसभा चुनावों के बाद गठित हुई एनडीए की सरकार भारतीय इतिहास की पहली गैर-कांग्रेसी सरकार थी जिसने अपना कार्यकाल पूर्ण किया। उन्होंने 24 दलों के गठबंधन से सरकार बनाई थी जिसमें 81 मन्त्री थे। इतने ज्यादा मंत्री...
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तीस हजार करोड़ सालाना का है नशे का काला कारोबार

तीस हजार करोड़ सालाना का है नशे का काला कारोबार देश के लिए नशीले ड्रग्स का बढ़ता अवैध कारोबार आतंकवाद से भी बड़ी चुनौती है। दरअसल यह देश के दुश्मनों का आतंकवाद के लिए धन जुटाने और युवाओं को ड्रग्स के जाल में फंसा कर बिना सीधे युद्ध के बर्बादी...
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चुनाव चला धर्म और जाति की ओर 

चुनाव चला धर्म और जाति की ओर  जैसा कि पहले से ही उम्मीद थी कि जैसे ही चुनाव तीसरे चरण में पहुंचेगा वह स्वत: ही धर्म और जाति की ओर परिवर्तित हो जाएगा। और वह हालात शुरू हो गये हैं। उत्तर प्रदेश में धर्म और जाति का...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

वैचारिक सिद्धांत और विचारधारा सदैव समाज के दिग्दर्शक मार्गदर्शक रहे हैं। 

वैचारिक सिद्धांत और विचारधारा सदैव समाज के दिग्दर्शक मार्गदर्शक रहे हैं।  विचार और सिद्धांत व्यक्ति के अंदर की अतः प्रज्ञा होती है। और यह सिद्धांत तथा अंतः विचारधारा जनमानस तक पहुंचने से बाधित किया जाए अंतरात्मा को प्रभावित करती है और इसके गहरे प्रभाव से व्यक्ति वह सब कर सकता है...
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लव जिहाद के बाद अब वोट जिहाद

लव जिहाद के बाद अब वोट जिहाद जिहाद वैसे कोई आतंकी शब्द नहीं है लेकिन इसका जन्म चूंकि अरबी भाषा से हुआ है इसलिए सनातनी इसे आतंक का पर्याय मानने लगे हैं। जिहाद का शुब्दिक अर्थ जाने बिना देश में वर्षों से राजनीति हो रही है। पहले...
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वोट के महत्व को समझे आम आदमी 

वोट के महत्व को समझे आम आदमी  लोकसभा चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं और तीसरे चरण के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा चुनाव प्रचार जारी है लेकिन सबसे बड़ी चिंता है मतदान का गिरता प्रतिशत। जिससे कि हर दल हताश हो रहा है। हमको...
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अब दल-बदल ही हमारा राजधर्म

अब दल-बदल ही हमारा राजधर्म इस युग में यानि कलियुग में आप कह सकते हैं कि मोदी युग में जितने भी राजधर्म होंगे उनमने दल-बदल सबसे बड़ा राजधर्म माना जाएगा। ये भविष्यवाणी करना शायद भगवान भूल गए थे।  गलती इंसान से ही नहीं भगवान से...
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श्रमिक कल्याण के लिए अब अपरिहार्य सार्थक पहल की जरूरत

श्रमिक कल्याण के लिए अब अपरिहार्य सार्थक पहल की जरूरत जी हाँ आज "मई दिवस 'है।  मई माह की शुरुआत एक मई यानी मई दिवस या श्रमिक दिवस से होतीं है।    यह श्रमिक मजदूरों के लिये महत्वपूर्ण दिवस हैं। श्रमिक दिवस (मई दिवस) मनाने का भी एक अपना इतिहास...
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