लखनऊ का नया महा ठग "पुष्पेश जालान" कलंक कथा-3

यह संगठित गिरोह नित नयी ठगी को अंजाम देकर सरकारी दावों की पोल खोल रहा है I स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रही यह लूट कब रुकेगी ??

इसी के क्रम में हलवासिया एन्क्लेव, इंदिरा नगर,लखनऊ निवासी पुष्पेश जालान, पत्नी शिखा जालान, माता सरोज देवी जालान, भाई ऋतुराज जालान और शिखा जालान के मामा गंगा अपार्टमेंट नरही, हज़रतगंज, लखनऊ निवासी नरेंद्र तुलसियान के संगठित गिरोह द्वारा किये किये जा रहे ठगी का खुलासा लगातार कर रहा है I

विशेष संवाददाता, लखनऊ

स्वतंत्र प्रभात दैनिक समाचार पत्र द्वारा दिनांक 25 मई 2023 और 4 जून 2023 को  प्रकाशित खबर शीर्षक लखनऊ का नया महाठग पुष्पेश जालान कलंक कथा 1 और 2 में इस संगठित गिरोह द्वारा लखनऊ के कई प्रतिष्ठित व्यापारियों से की गयी ठगी का खुलासा किया गया था, 

इसी के क्रम में हलवासिया एन्क्लेव, इंदिरा नगर,लखनऊ निवासी पुष्पेश जालान, पत्नी शिखा जालान, माता सरोज देवी जालान, भाई ऋतुराज जालान और शिखा जालान के मामा गंगा अपार्टमेंट नरही, हज़रतगंज, लखनऊ निवासी नरेंद्र तुलसियान के संगठित गिरोह द्वारा किये किये जा रहे ठगी का खुलासा लगातार कर रहा है I  सूत्रों के अनुसार नाबार्ड में थोक दवा सप्लाई का व्यापार कराने का झांसा देकर इस संगठित गिरोह द्वारा लखनऊ शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी शोभित वैश्य के साथ कई लाख की ठगी की गयी है,

 शोभित वैश्य की फर्म से लाखों की दवा खरीद करवाकर गिन्नी मेडिकल्स के नाम से नाबार्ड में सप्लाई कर दी गयी और नाबार्ड के फार्मासिस्ट मोहम्मद फ़ारूक़ और नाबार्ड के अकाउंटेंट हितेश के साथ मिली भगत करके लगातार भुगतान प्राप्त कर लिया गया है, गौरतलब है की गिन्नी मेडिकल्स और गौरी मेडिकेयर प्राइवेट  लिमिटेड लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा पिछले एक वर्ष से अधिक समय से सील है, नाबार्ड के फार्मासिस्ट मोहम्मद फ़ारूक़ और नाबार्ड के अकाउंटेंट हितेश द्वारा शोभित वैश्य से दवा के बिल के भुगतान करने के नाम पर 40000/- रूपये की रिश्वत भी ली गयी है, 

सील बंद दुकान से लाखों की दवा बेचीं, औषधि प्रशासन सोया

परन्तु उनको भुगतान  प्राप्त नहीं हुआ, इसपर शोभित वैश्य द्वारा नाबार्ड में भी शिकायत दर्ज़ कराई गयी है, नाबार्ड के उच्च अधिकारीयों महाप्रबंधक हिमांशु रंजन मिश्रा और सहायक महाप्रबंधक विनोद रोहिला द्वारा जांच भी की जा रही है, नाबार्ड के फार्मासिस्ट मोहम्मद फ़ारूक़ को कार्य से विरत करके छुट्टी पर भेज दिया गया है, पुष्पेश जालान, शिखा जालान और सरोज देवी जालान द्वारा नाबार्ड के फार्मासिस्ट मोहम्मद फ़ारूक़ और नाबार्ड के अकाउंटेंट हितेश के साथ मिली भगत करके केवल दवा सप्लाई के चालान और बिल दिए जाते थे,

 बिल की मात्रा के अनुसार दवा सप्लाई नहीं की जाती थी, दवा सप्लाई के नाम पर एक बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा था, जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता द्वारा नाबार्ड के मुख्यालय में की गयी है, अगर उच्च अधिकारीयों द्वारा सही से जांच हुयी तो यह दवा घोटाला कई करोड़ों का निकलेगा, क्यूंकि कई वर्षों से गिन्नी मेडिकल्स के नाम पर यह गिरोह नाबार्ड के कई कर्मचारियों के साथ सांठ गाँठ करके दवा सप्लाई के नाम पर घोटाला कर रहा था, कही यह गिरोह नकली दवा सप्लाई से तो नहीं जुड़ा हुआ था?? इस बिंदु पर भी जांच होनी चाहिए, 

 

 शोभित वैश्य की पुलिस एफआईआर पर सहायक पुलिस आयुक्त गोमती नगर का कहना है की इस गिरोह पर जल्दी ही गैंगस्टर एक्ट के तहत  कार्यवाही की जाएगी,  इस महाठग द्वारा ठगी के शिकार हुए लखनऊ के कई प्रतिष्ठित को न्याय मिलने की कुछ उम्मीद जगी है, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तक इस संगठित गिरोह पर पुलिस में कई प्राथमिकी दर्ज़ है I सूत्रों के मुताभिक यह संगठित गिरोह अब गिन्नी और गौरी वाली बिल्डिंग बेचने के लिए लोगों को फसां रहा है I

 

लखनऊ का नया महा ठग "पुष्पेश जालान" कलंक कथा-1

 

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