चुनावी शोर में चुपके से चल गया ’महंगाई का चाबुक’

महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का बजट, भोजन की थाली हुई महंगी

चुनावी शोर में चुपके से चल गया ’महंगाई का चाबुक’

दालों की कीमतें भी उछाल पर, गृहणियां हो रही हैं परेशान  

मथुरा।

चुनावी शोर में चुपके से भोजन की थाली महंगी हो गई। भले ही महंगाई का शोर कम सुनाई दे रहा हो लेकिन गृहणियों के रसोई का बजट बिगड़ गया है। बुधवार को वृंदावन पुराना बजाजा सब्जी मंडी में सब्जी खरीदने पहुंची महिलाओं के बीच महंगाई ही सबसे बडा मुद्दा था। दाल सब्जियों से लेकर किराना के दामों में पिछले करीब 15 दिन में बेतहाशा वृद्धि हुई है। गृहणियों का महीने का बजट ही बिगड गया है। दैनिक आवश्यक वस्तुओं की कीमत इतनी बढ़ गई हैं कि लोगों को अपने परिवार को पालने में परेशानी उठानी पड़ रही है।

आज कल बाजार में सब्जी, दालों और किराना के समान पर महंगाई होने से लोगों का रसोई का बजट बिगड़ गया है। ग्रहणी मीना शर्मा ने बताया कि पंद्रह दिन में महंगाई की मार पडी है। पंद्रह दिन पहले अरहर की दाल 150 रुपये थी, अब 160 रुपये बिक रही है। मूंग की दाल पहले 110 रुपये से 120 रुपये किलो हो गई है। उड़द की दाल पहले 140 रुपये से 150 हो गई है। चना की दाल 80 रुपये किलो थी अब 85 रुपये किलो बिक रही है। छोले 150 रुपये 160 रुपये किलो हो गये हैं।  वहीं फलों की कीमतों में भी उछाल आया है। अंगूर 70 रुपये से छलांग लगाकर 100 रुपये पर पहुंच गए हैं।

पपीता 40 रुपये बिक रहा था अब 60 रुपये किलो बिक रहा है। सेब की कीमतों में भी उछाल आया है। आम 150 रुपये है। संतरा 50 रुपये किलो था जो अब 120 रुपये के भाव से बेचा जा रहा है। ऐसे ही सब्जियों में सब्जी का राजा आलू 20 रुपये किलो बिक रहा था अब 30 रुपये किलो बिक रहा है। टमाटर में बहुत उछाल आया है। टमाटर 20 रुपये किलो से छलांग लगा कर 50 रुपये किलो पर पहुंच गया है। प्याज 30 रुपये किलो, भिंडी 65 रुपये किलो बिक रही है।

महंगाई को लेकर गृहणियां परेशान नजर आ रही हैं। कहना है कि रसोई का बजट बिगड़ रहा है। वहीं ग्रहणी नेहा गोस्वामी ने बताया कि आज महंगाई आसमान छू रही है। फल सब्जियों के दाम बहुत ज्यादा है। आज रसोई चलाने में अधिक खर्च करना पड़ रहा है। एक आम आदमी किस तरह से सीजन की फल और सब्जियों का सेवन करें, क्योंकि सीजन के फल और सब्जियों के दाम काफी ज्यादा है। साथ ही आलू को लेकर उन्होंने कहा कि हर सब्जियों की शान आलू भी अपना रंग दिखा रहा है।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

सुप्रीम कोर्ट ने दी गौतम नवलखा को जमानत- '4 साल में भी आरोप तय नहीं'। सुप्रीम कोर्ट ने दी गौतम नवलखा को जमानत- '4 साल में भी आरोप तय नहीं'।
स्वंतत्र प्रभात ब्यूरो।     सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा को जमानत दे...

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel