फर्जी पुलिस बनकर मध्यप्रदेश में की लूट, कानपुर पुलिस ने पकड़ा 

दमोह मध्यप्रदेश से की पकड़  लूटपाट कर पनकी और महाराजपुर  में छोड़ा, 250 से अधिक सीसीटीवी  के सहयोग से पकड़ा अभियुक्तों को। 

फर्जी पुलिस बनकर मध्यप्रदेश में की लूट, कानपुर पुलिस ने पकड़ा 

कानपुर।  ऑपरेशन त्रिनेत्र के कैमरों ने दिखाया कमाल, घटना के 24 घंटे के अंदर लुटेरों का पूरे गैंग को किया गिरफ्तार। दमोह मध्यप्रदेश से फर्जी पुलिस बनकर पकड़ करके कानपुर में छोड़ा था। कमिश्नरेट पुलिस के अनुसार दिनांक 5 अप्रैल को वसीम खान निवासी फुटेराबाद, दमोह, मध्यप्रदेश द्वारा थाना अरौल पर लिखित
तहरीर दी थी कि अज्ञात अभियुक्तों द्वारा स्वयं को पुलिस बताते हुए, वादी व उसके साथी सौरभ ताम्रकार पुत्र गौरीशंकर तथा आसिफ खान पुत्र शुभराती निवासीगण पुराना बाजार, जिला दमोह, मध्यप्रदेश के साथ गाली गलौज व मारपीट करते हुए फर्जी हत्या के मुकदमे मे फंसाने की धमकी देकर भय व्याप्त करते हुए, दो लाख रूपये की मांग करते हुए,जबरजस्ती अपनी गाडी मे बैठा लिया ।
 उसके बाद में अभियुक्तों ने वादी को डराकर उनका कीमती सामान लेकर थाना क्षेत्र पनकी मे व उनके अन्य साथियो को थाना क्षेत्र महाराजपुर मे गाड़ी से उतारकर छोड़कर चले जाने के सम्बन्ध मे दी गयी तहरीर के आधार पर थाना अरौल पर मु0अ0सं00085/2024 धारा 323/ 504/347/388 भादवि बनाम चार व्यक्ति अज्ञात के विरुद्ध पंजीकृत कर सात टीमों का गठन कर घटना के अनावरण हेतु सभी सार्थक प्रयास किए गए।
इन प्रयासों में, ऑपरेशन त्रिनेत्र के अंतर्गत जनसहयोग से लगवाये गये 250 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का अवलोकन किया गया जिससे काफी लाभप्रद जानकारियां मिली, जिस पर मोबाइल सर्विलांस, ह्यूमन इंटेलिजेंस और क्रिमिनल डेटाबेस से प्राप्त साक्ष्यों / सुरागों के आधार पर कार्य करते हुए 12 घंटे के अंदर ही अपराधियों की पहचान करते हुए, उनकी तलाश शुरू कर दी गई और उनकी ट्रैकिंग करते हुए, उनकी घेराबंदी करने के लिए, पश्चिम जोन के समस्त थाना क्षेत्रों में सघन चेकिंग प्रारंभ किया गया। चेकिंग के दौरान, थाना क्षेत्र
अरौल में विषधन रोड पर लगाये गये बैरियर पर, इन अभियुक्तों की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया गया तो इनके द्वारा बैरियर को टक्कर मारकर तेज रफ़्तार से गाड़ी भगायी गई, जिसका पुलिस द्वारा पीछा किया गया।
अपने आप को घिरता देख, अभियुक्तों द्वारा अपनी गाड़ी रोड से एक आम के बाग में उतार दी और गिरफ़्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर फायर कर भागने का प्रयास किया, जवाबी फायरिंग की कार्यवाही में एक अभियुक्त सूर्या उर्फ सूर्यकांत के पैर में गोली लगी और उसके अन्य 3 साथियों - दिव्यांशु, ऋषु,अमन को घेरकर मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। जिस स्विफ्ट डिजायर कार का प्रयोग इन अभियुक्तों द्वारा दिनांक 4 अप्रैल की मध्यरात्रि आपराधिक घटना में किया गया था उसी कार का इनके द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था। घटना में प्रयोग होने वाली कार हनुमंत विहार निवासी मोहित की है, जिसे उसके परिचित सत्य प्रकाश ने किराए पर शादी में बुकिंग ले जाने के लिए लिया था, और 3000 रूपये लेकर अभियुक्तों को कार दे दी थी। सत्य प्रकाश यादव पुत्र विजयपाल यादव निवासी 444 ए हरदेव नगर बर्रा कानपुर नगर को उपरोक्त अपराधिक घटना में सहयोग प्रदान करने के आरोप में गिरफ्तार कर अग्रिम विधि कार्यवाही की जा रही इस प्रकरण में पश्चिमी जोन के समस्त थानों व पश्चिम जोन की स्वाट /सर्विलांस टीम ने टीम भावना के साथ कार्य करते हुए घटना का सफल अनावरण किया गया। 

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