दिल्ली पुलिस के हवलदार ने मधुबन चौंक पर खोला पहला हेल्मेट बैंक
स्वतंत्र प्रभात। एसडी सेठी।
राजधानी दिल्ली में दिल्ली पुलिस के एक हेडकांस्टेबल ने सडक हादसों को रोकने के मकसद से हेल्मट बैंक बनाया है। इस हेल्मट बैंक के तहत कोई भी शख्स अपना पहचान पत्र दिखाकर 24 घंटे के लिए आईएसआई मार्क वाला हेल्मट ले सकता है। यह हेल्मट बैंक सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुलता है। इस बावत हेल्मट बैंक के संचालक हेडकांस्टेबल संदीप शाही ने बताया कि सडक हादसों में सबसे ज्यादा मौत दुपहिया सवार एवं पीछे बैठने वालों की होती है। इसका सबसे बडा कारण बाईक,स्कूटी चलाते वक्त हेल्मट नईं पहनना या निम्न स्तर का हेल्मट पहनना है। आंकडे के मुताबिक बीते साल सडक हादसों के दौरान बतौर दोपहिया चालक के करीब 1457 लोगों की मौत हुई थी।
हवलदार संदीप शाही के मुताबिक इस अभियान का मकसद सिर्फ और सिर्फ नागरिकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना है। संदीप लगातार अभियान को चला रहे हैं। आम लोगों द्वारा हवलदार संदीप शाही की हेल्मट बैंक को चलाने की पहल का जबरदस्त स्वागत कर रहे हैं। साथ ही हेडकांस्टेबल संदीप को उनके इस अभियान के लिए सरहा भी रहे हैं। संदीप को हेल्मेट बैंक खोलने का आईडिया कैसे आया? इस सवाल पर हेडकांस्टेबल संदीप ने बताया कि दरअसल एक बार मेट्रो से सफर के बाद उन्हें अपने मित्र के साथ मोटरसाइकिल से जाना था। और मेरे पास हेल्मेट नहीं था।
तभी संदीप ने सोच लिया था कि इसको लेकर कुछ करेगे। उसी आईडिये को आज जमीन पर उतार दिया है। और हेल्मेट बैंक की शुरूआत कर दी है। संदीप ने बताया कि जीवन सुरक्षा के मद्देनजर दोपहिया वाहन में चालक और सवारी को हेल्मेट लगाना जरूरी है। मगर जल्दबाजी या क्या फर्क पडता है? देखा जाएगा जैसी सोच के साथ बिना हेल्मेट ही यात्रा कर अपनी जान जोखिम में डाल लेते हैं। इसके लिए हेडकांस्टेबल संदीप शाही को बाकायदा पुलिस कमिश्नर की ओर से सम्मानित भी किया जा चुका है।
इसके अलावा संदीप को समय-समय पर इनाम के रूप में मिली राशि का उपयोग उन्होने इस हेल्मेट बैंक को खोलने में ही इनवेस्ट कर दिया है। बता दें कि हेडकांस्टेबल संदीप शाही दिल्ली पुलिस की पुलिस कंट्रोल रूम( पीसीआर) यूनिट में तैनात है। संदीप के मुताबिक वह पिछले 7 सालों से लगातार सडक दुर्घटनाओं को कम करने के प्रयास में लगे हुए है। वह बाकायदा अपने जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ,रक्षाबंधन ,जैसे खुशियों के मौके पर हेल्मेट बांटते है। उन्होंने बताया कि वह अब-तक करीब 2400 हेल्मेट बांट चुके हैं।
Comment List