मुख्यमंत्री से मिले समाजसेवियो का जनपद आगमन पर हुआ स्वागत

नदियों की समस्याओं को लेकर गए थे लखनऊ


चित्रकूट। 

भगवान श्रीराम की तपोभूमि जनपद चित्रकूट से बीती चार जून को पैदल चलकर के मां मंदाकिनी गंगा व बाल्मीकि गंगा का जल लेकर के लखनऊ के लिए रवाना हुई समाजसेवियों की टीम ने नौ जून को गंगा दशहरा के दिन लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री के आवास पर उनसे मिलने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था।
 नदिया अस्तित्व बचाव अभियान के विभिन्न मुद्दों को लेकर के पैैदल लखनऊ पहुंची टीम ने चित्रकूट की मंदाकिनी, बाल्मीकि समेत अन्य नदियों को पुनर्जीवित करने की मांग को लेकर सांसद आर के सिंह पटेल के साथ मुख्यमंत्री सेे मिले और प्रकति संरक्षण के मुद्दों पर अपनी मांग रखी। 

जिसमंे पहली मांग मां मंदाकिनी व मां बाल्मीकि समेत जनपद चित्रकूट की समस्त नदियों में बने चेकडैमों की सफाई व फाटक लगवाया जाए, द्वितीय मांग मां मंदाकिनी और मां बाल्मीकि दोनों नदियों के दोनों किनारों को सिमांकित कर अतिक्रमण हटाया जाए, तीसरी मांग में नदियों में जो भी नाले और नाली डाले जा रहे हैं उन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए तथा जहां मजबूरी है, वहां प्लांट लगाकर के नालों को शुद्ध किया जाए, उसके बाद ही नदियों में डाला जाए और चैथी मांग थी की नदियों के दोनों किनारों में वृहद वृक्षारोपण हो एवं जनपद चित्रकूट के पहाड़ व जंगल सुरक्षित एवं संरक्षित किए जाएं। 

इन मांगों को लेकर के मुख्यमंत्री से विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने इन मांगों पर कार्यवाही होने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने चिल्ली मल गांव में जमुना पर पुल निर्माण कराने की बात कही। इस दौरान समाजसेवी आशीष सिंह रघुवंशी के साथ सुनील मिश्रा, अरिदमन सिंह व रामसनेही राजपूत भी मौजूद रहे। रविवार को समाजसेवियों के जनपद आगमन पर भाजपा नेताओं ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया।

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