तिंदवारी/बांदा।
सुमित द्विवेदी 30 पुत्र यशोदा द्विवेदी निवासी परसौड़ा ने सोमवार रात खपरैल दार कमरे में जाकर नायलान की रस्सी से धन्नी के सहारे फांसी लगा ली। कुछ देर तक बाहर न निकलने पर माँ ने जाकर देखा तो सुमित फांसी पर लटका देख सोर मचाया। सोर सुनकर पहुँचे परिजन रस्सी काट कर पीएचसी तिंदवारी ले गए, रिफर होने पर जिलाअस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने सुमित को मृत घोषित कर दिया। सुमित दो भाइयों में सबसे छोटा था, वह मेहनत मजदूरी कर जीवनयापन करता था।
सुमित के तीन बेटे हैं, तीसरा बेटा अभी 20 दिन का है। अमित ने बताया कि भाई सुमित भूमिहीन था, वह मेहनत मजदूरी करके ही जीवनयापन करता था। संयुक्त परिवार ही है। बाँदा मुक्तिधाम में सुमित का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पत्नी ज्योति समेत माँ महेशा, पिता यशोदा व भाई अमित समेत परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। थानाध्यक्ष नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि अज्ञात कारणों के चलते सुमित ने फांसी लगाई है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।