टीबी जानलेवा बीमारी को समाप्त करने के वैश्विक लक्ष्य को चुनौती मानते हुए खत्म करना ​​​​​​​

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ अरविंद कुमार उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी और एनटीईपी से विनोद कुमार, बृजनंदन धीरज कुमार, शिव चंद आदि लोगों ने सजीव प्रसारण के समय उपस्थित रहे 


स्वतंत्र प्रभात

उन्नाव प्रधानमंत्री ने मार्च 2018 में टीबी जानलेवा बीमारी को समाप्त करने के वैश्विक लक्ष्य वर्ष 2030 को चुनौती मानते हुए वर्ष 2025 में ही इस बीमारी को जड़ से उन्मूलन के नवीन लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी क्रम में राज और समाज के मध्य सेतु बनाने के लिए वर्ष 2019 के उत्तर प्रदेश राजभवन के स्तर से टीबी ग्रसित बच्चों को पोषण और भावनात्मक संरक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से 21 बच्चों को राजभवन द्वारा गोद लिया गया। इस पहल को वृहद

रूप देते हुए विभिन्न समाजसेवी, संस्थाओं, समाज में सक्रिय व्यक्तियों और अधिकारियों के स्तर से पूरे प्रदेश में 139000 बच्चों और वयस्कों को गोद लिया गया। जनपद उन्नाव में वर्ष 2019 से अगस्त 2022 तक  कुल 2708 क्षय रोगियों को गोद लिया जा चुका है। इन रोगियों के घर जाकर पूरक आहार और पोषक तत्वों से संतुलित विभिन्न खाद्यान्न उपलब्ध कराकर भावनात्मक संबंध स्थापित कर इस रोग से ग्रसित पीड़ितों और उनके परिवारों में विधमान मनोग्रंथ के विकार को दूर करने में सफलता पायी।

भारतवर्ष से टीबी बीमारी को जड़ से उन्मूलन के नवीन लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की अधिकारिक घोषणा एवं निक्षय 2.0 का लोकार्पण आज दिनांक 9 सितंबर 2022 को अपरान्ह 12:15 पर वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से किया गया। उक्त कार्यक्रम का अवलोकन जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में पन्नालाल कलेक्ट्रेट सभागार-उन्नाव में जनपद के डॉ सत्य प्रकाश

, मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ-साथ जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ मनीष मिश्रा, डॉक्टर हरिनंदन प्रसाद, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ हरनाम सिंह जिला कुष्ट अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, डॉ ललित कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर रविदास अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ अरविंद कुमार उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी और एनटीईपी से विनोद कुमार, बृजनंदन धीरज कुमार, शिव चंद आदि लोगों ने सजीव प्रसारण के समय उपस्थित रहे।

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