करनाल कोरोना वायरस को लेकर हरियाणा सरकार की ओर से जारी एडवाईज़री की दृढ़ता से पालना के लिए मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने मंगलवार सांय इस विषय पर सभी जिलों के उपायुक्तों से विडियो कॉन्फ्रैंस कर उन्हें रणनीति बनाने को कहा। वीसी में उनके साथ स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के महानिदेशक पी.सी. मीणा तथा स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ विभिन्न विभागों के आला अधिकारी भी मौजूद थे।
मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना वायरस बेशक दुनिया के बहुत से देशो में फैल चुका है, लेकिन इससे किसी तरह के भयभीत होने की जरूरत नहीं है। भारत में सबसे पहले केरल में इससे मिलते-जुलते पॉजीटिव केस पाए गए थे और वहां की सरकार व प्रशासन ने एक रणनीति के तहत कार्य करते हुए इस पर नियंत्रण किया, उसे भी फोलो करना है। उन्होंने उपायुक्तों को कहा कि स्वास्थ्य विभाग का इस तरह के वायरस के नियंत्रण के लिए सीधा सम्बंध है, लेकिन अब उपायुक्तों को नेतृत्व संभालना होगा, जिला आपदा प्लान बनाएं। सबसे ज्यादा ध्यान लोगों को जागरूक करने पर करें। स्कूलों में जाकर बच्चों को जागरूक करें। टूरिस्ट प्लेसो को निर्देश दें कि वे भी प्रोटोकॉल फोलो हो। गांव व शहरों में टीमे गठित कर नोडल बनाएं, जो अपने-अपने एरिया में इस तरह के लोगों का पता लगाएं, जिनके लक्षण कोरोना वायरस से मिलते हैं। ऐसे व्यक्ति के आस-पास के समूचे क्षेत्र को आईसोलेट करके उनके ब्लड टेस्ट करवा लिए जाएं। ऐसे लोगों के रोकथाम जोन बनाएं जाएं।
वीसी के बाद अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की ओर से जारी की गई एडवाईज़री का पूरी तरह से पालन हो, कहीं पर भी लापरवाही न बरती जाए। संसाधनो की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने आम जनता को इस वायरस से सावधान होने के लिए कुछ टिप्स बताए। उन्होंने बताया कि छींकते और खांसते समय नाक और मुहं ढकें। जिस व्यक्ति में खांसी, जुकाम या बुखार के लक्षण हो, उससे दूरी बनाएं।
नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं। अगले कुछ दिनो के लिए दूसरो के साथ सम्पर्क सीमित करें और अलग कमरे में सोएं। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति में ऐसे लक्षण पाए जाए, तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग के हैल्प लाईन नम्बर 0184-4076099 पर सम्पर्क करें। इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ. मंजू पाठक, महामारी विशेषज्ञ डॉ. अमन यादव, सूक्ष्म जैव विशेषज्ञ अंशुल कुमार, आपदा प्रबंधन के जिला परियोजना अधिकारी शब्द दयाल भी उपस्थित थे।