करनाल में बंटेगे मनोहर ज्योति सोलर होमलाईट एवं एल.ई.डी. बल्ब : अनिश यादव

करनाल 04 मार्च, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के मुख्य परियोजना अधिकारी एवं ए.डी.सी अनिश यादव ने बताया कि जिले मे 660 मनोहर ज्योति होम लाईटिंग सिस्टम अनुदान पर वितरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस प्रणाली में 150 वाट का सोलर मोड्ïयूल, 80 एएच 12.8 वोल्ट लिथियम बैटरी, 2 एलईडी लाईट, एक ट्ïयूब

करनाल 04 मार्च, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के मुख्य परियोजना अधिकारी एवं ए.डी.सी अनिश यादव ने बताया कि जिले मे 660 मनोहर ज्योति होम लाईटिंग सिस्टम अनुदान पर वितरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस प्रणाली में 150 वाट का सोलर मोड्ïयूल, 80 एएच 12.8 वोल्ट लिथियम बैटरी, 2 एलईडी लाईट, एक ट्ïयूब लाईट व 01 छत का पंखा शामिल है।ए.डी.सी. अनिश यादव ने बताया कि दिन में बैटरी को 150 वाट के सोलर मोड्ïयूल से चार्ज किया जाएगा। यह प्रणाली लगभग 3-4 घंटे काम में लाई जा सकती है। ऐसे उपकरण बिजली से रहित घरो व बिजली रहित ढाणियों के लिए बहुत लाभकारी है। इस उपकरण की कीमत लगभग 22500 रूपये है। इस पर राज्य सरकार द्वारा 15000 रूपये का विशेष अनुदान के बाद इच्छुक लाभार्थी को लगभग 7500 रूपये मे दिया जाएगा।

इस उपकरण को वितरित करने में अनुसूचित जाति के परिवारों, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारो, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), जिन शहरी स्लम बस्तियों में बिजली के कनेक्शन नही हो तथा जिन परिवारों में मुखिया महिला हो व जिन ग्रामीण क्षेत्र परिवारों की लड़कियां स्कूल जाती हो आदि को प्राथमिकता दी जाएगी।अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए अत्ंयोदय केन्द्र, अटल सेवा केन्द्रों के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। पात्र लाभार्थियों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। जिला करनाल के अनुसूचित जाति के परिवारों गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों, प्रधानमंत्री आवास येाजना (ग्रामीण), जिन शहरी स्लम बस्तियों में बिजली के कनेक्शन नहीं उनको प्राथमिकता दी जाएगी।

करनाल खण्ड के गंावों मे बाँटे जा रहे है एलईडी बल्ब
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि जिले के खंड करनाल के 66 गांवों मे एलईडी बल्ब बाँटने का काम जारी है। इस के अन्र्तगत प्रत्येक बिजली के कनेक्शन पर दो एलईडी बल्ब 100 रूपये के अनुदान के पश्चात केवल 40 रूपये में दिए जाऐंगे। इस के लिए गांव स्तर पर कैैम्प लगाए जा रहे हैं। बिजली का बिल एवं एक आई डी दिखाने के पश्चात इसे कार्यालय से भी प्राप्त किया जा सकता है। बल्बों की सप्लाई सरकार की कम्पनी ई.ई.एस.एल. द्वारा की जा रही है। यह बल्ब लगाने पर 80 प्रतिशत उर्जा की बचत की जा सकती है।  

About The Author: Swatantra Prabhat