स्वतंत्र प्रभात -
लखनऊ
शांति सुरक्षा सम्मान समिति के सचिव द्वारा सात जुलाई को नगर आयुक्त को पार्क की अब्यवस्था और अराजकता के सम्बन्ध में मिलकर लिखित सुचना देने के बाद भी आज 57 दिन बीत जाने के बाद भी बदहाल स्थिति जस की तस ही है और पहले भी सैकड़ो शिकायतों पर नगर निगम और स्थानीय पार्षद का रवैया काफी निराशाजनक ही रहा है स्थानीय लोगो द्वारा तमाम प्रयासों के बाद अब पार्क की स्थिति कुछ हद तक सुधर रही है लेकिन नगर निगम द्वारा दिए जा रहे पैसे पर सिर्फ बंदरबांट के सिवाय कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है l
बारिश के मौसम में पार्कों की दशा और दिशा दोनों बदल जाती है जिसकी वजह से लाला लाजपतराय अलीगंज के पार्कों की हालत काफ़ी समय से खराब चल रही है जिसमें बारिश की वजह से बड़ी बड़ी घास उग जाती है जिससे नशेड़ियों और जुवारियों का नशा करना और जुवां खेलने अड्डा बनता जा रहा है। जिसकी शिकायत भी स्थानीय लोगों ने मौजूदा पार्षद और विकास नगर थाने पर कई बार की लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ।
जब यही शिकायत लेकर स्थानीय लोग पूर्व पार्षद शैलेंद्र तिवारी के पास गए तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से पार्कों में उगी घांसो को अपने खर्चे पर मशीन बुलाकर साफ करवाया। और शख्त हिदायत दी की पार्क में किसी प्रकार की नशाखोरी या जुवां खेलना बर्दास्त नहीं किया जाएगा उन्होंने ये भी कहा की अराजकता फैलाने में स्थनीय लोगों की सह रहती है लेकिन गलत चीजे मोहल्ले में नहीं होनी दी जाएंगी।