स्वतंत्र प्रभात-
बिसवां- सीतापुर। जिलाधिकारी सीतापुर के आदेशानुसार सदरपुर थाना अन्तर्गत नरेन्द्रपुर गांव में काफी समय से धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध फरार चल रहे अपराधी नरेन्द्र वर्मा पुत्र राम अकबाल की चल अचल सम्पत्ति को नायब तहसीलदार बिसवां विदेह सिंह व लेखपाल एवं थानाध्यक्ष सदरपुर प्रदीप कुमार सिंह,क्षेत्रीय उपनिरीक्षक मनोज कुमार सिंह व भारी पुलिस बल के साथ कुर्क करने की कार्यवाही की गयी।
थानाध्यक्ष ने बताया कि नरेन्द्र वर्मा पुत्र राम अकबाल निवासी नरेन्द्रपुर अपना एक संगठित गिरोह बनाकर आर्थिक ए्वं भौतिक लाभ के लिये अपराध करने का अभ्यस्त अपराधी है।वह अवैध शराब व नकली शराब के कारोबार में लिप्त है।उसके खिलाफ रेउसा थाने पर पहले से ही अभियोग पंजीकृत है।नरेन्द्र के पास कोई आय का श्रोत नहीं था जिससे वह इतनी चीजें खरीद सकता। उसने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से यह सम्पत्ति अर्जित की है।उसके खिलाफ सदरपुर में भी अभियोग पंजीकृत है।
कुर्की की कार्रवाई करने पहुंची राजस्व और पुलिस विभाग की टीम ने पहले गांव में ढोल व लाउडस्पीकर द्वारा मुनादी करायी फिर मकान ,बाइक व ट्रैक्टर पर गांव वालों की उपस्थिति में नोटिस चस्पा कर जब्ती की कार्यवाही की गयी। इसके साथ ही गैंगस्टर नरेन्द्र के हिस्से के लगभग छः बीघा खेत को भी नोटिस लगाकर कुर्क करने की कार्यवाही की गयी। इस मौके पर गैंगस्टर नरेन्द्र के अन्य दोनों भाई रवीन्द्र व शैलेन्द्र जो एक ही मकान में परिवार सहित सामूहिक रूप से रहते थे वह मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार से अपने बच्चों की दुहाई देते देखे गये।उसका परिवार रो रहा था। उनका कहना था कि मुझे घर से बेघर न किया जाये केवल भाई नरेन्द्र के हिस्से के घर को सील किया जाये मेरे बच्चे कहां रहेंगे किन्तु नायब तहसीलदार ने जिलाधिकारी के आदेश के अनुपालन में स्वयं की अस्मर्थता जतायी।
दोनों भाइयों ने बताया कि कुछ दिन पहले अपने हिस्से का तीन बीघा खेत बेचकर ट्रैक्टर खरीदा था वह भी जबरदस्ती कुर्क कर लिया गया। हम दोनों की दो बाइकें भी जब्त कर ली गयी हैं।इस दौरान नायब तहसीलदार विदेह सिंह व लेखपाल तथा थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह, उपनिरीक्षक मनोज कुमार सिंह व दीवान अमर बहादुर सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल व ग्रामीण लोग उपस्थित थे।