सरकार के निर्देश के बाद भी लोगों में नहीं दिख रहा कोरोना का भय

बिना मास्क ही बैंकों बाजारों तहसीलों में लगी लोगों की भीड़


रामसनेहीघाट, बाराबंकी।

 देश प्रदेश में भले ही कोरोना फिर से पैर पसार रहा हो और सरकार मास्क लगाने एवं दो गज की दूरी बनाए रखने की अपील कर रही हो लेकिन इसका कोई प्रभाव राजनेताओं एवं नागरिकों पर नहीं पड़ रहा है।न बैंक आने वाले और न ही हाट बाजार आने वाले ही कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन कर रहे हैं।

       जानकारी के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर ओमीक्रोन बनकर देश में एक बार फिर कहर बरपाने लगी है और सरकार द्वारा रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा कर गाइडलाइन के अनुरूप कार्य करने की सलाह दे रही है।कोरोना की तीसरी लहर भले ही रोजाना हजारों लोगों को अपनी चपेट में ले रही हो लेकिन इससे न तो अधिकारी न तो राजनेता और न ही आम नागरिक घबड़ा रहे हैं।

इस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों के बैंक खाते में भेजी गई धनराशि निकालने के लिए बैंकों के सामने लम्बी लाइनें लग रही है लेकिन कोरोना का भय किसी के चेहरों पर नही दिख रहा है।इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली बाजारों में आने वाले लोग ही कोरोना की तीसरी लहर से भयभीत हो रहे हैं और भयहीन होकर धड़ल्ले से दो गज की दूरी कौन कहे मास्क तक नहीं लगा रहे हैं।कमोवेश यही हालत तहसील कचेहरी अस्पातालों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों की है और लोग जैसे कोरोना को भूल गए हैं।

        जानकारी के अनुसार सबसे बुरी हालत राजनेताओं की है और उनके राजनैतिक कार्यक्रम धरना प्रदर्शन रैलियों में भी कोरोना से बचाव का ध्यान नहीं रखा जा रहा है और बेखौफ लोगों की भीड़ बुलाकर चुनावी महत्वाकांक्षा की पूर्ति की जा रही है।मात्र पुलिस है जो मास्क का इस्तेमाल कर थोड़ा बहुत गाइडलाइन का अनुसरण कर रही है।कोरोना के प्रति लापरवाही कही दूसरी लहर की तरह भयावह मंजर न पैदा कर दे।

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