उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर के आंखों के सामने हो रहा भ्रष्टाचार, तहसील प्रशासन मौन

उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर के आंखों के सामने हो रहा भ्रष्टाचार, तहसील प्रशासन मौन


जयसिंहपुर‌ , सुलतानपुर

मामला जयसिंहपुर तहसील प्रांगण का है जहां गुणवत्ता विहीन शौचालय निर्माण को लेकर अधिवक्ताओ मे काफी रोष व्याप्त है। मगर तहसील प्रशासन पूरी तरह मौन है ।

वर्तमान उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार तथा तहसीलदार हृदयराम तिवारी अपनी मेहनत और ईमानदारी के कारण लोगों के बीच काफी चर्चित है मगर उन्ही के आंखों के सामने हो रहे भ्रष्टाचार पर उनकी निगाहें क्यू नहीं पड़ रही यह सोचने पर मजबूर कर रहा है ।

जयसिंहपुर बार एसोसिएशन के महासचिव रवींद्र प्रताप सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ताओ ने शौचालय को शमशान कहकर विरोध जताया फिर भी भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों तथा तहसील प्रशासन के अधिकारियों के कान में जूं तक नही रेंग रहा और निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है।

 महासचिव रविंद्र प्रताप सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता जयसिंहपुर तहसील प्रांगण में बनाए जा रहे शौचालय में घटिया सामग्री पीली ईंटें तथा सही ढंग से  नीव न खोदे जाने को लेकर चिंतित हैं । उनका कहना है कि लाखों रुपए की लागत से बन रहा शौचालय पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रहा है ।

        सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 10 लाख की लागत से बनाए जा रहे शौचालय निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करते हुए सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। घटिया सामग्री तथा सही ढंग से शौचालय निर्माण न होने से यह कभी भी ध्वस्त हो सकता है

जिससे कभी भी अनहोनी घटना घट सकती है । बार एसोसिएशन जयसिंहपुर के महासचिव रवींद्र प्रताप सिंह ने मौखिक तौर पर इसकी सूचना उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर को देते हुए भ्रष्टाचार मुक्त निर्माण कराए जाने की मांग की है।मगर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। तथा निर्माण कार्य लगातार जारी है।

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