योगी आदित्यनाथ और डी जी पी के आदेशों की धज्जिया उड़ा रहे DFO लखनऊ रवि सिंह

महिला पत्रकार से जबरन मोबाइल छीनकर डिलीट कर दिए जरुरी दस्तावेज


राजधानी लखनऊ
उत्तर प्रदेश
अजय यादव

जहाँ एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान के लिए बड़ी बड़ी बाते कर रहे है वही राजधानी लखनऊ में उन्ही के अधिकारी उनकी बातो को नजर अंदाज करते हुए नजर आ रहे है साथ ही महिला पत्रकार के मोबाइल छीनकर रिकॉर्डिंग के साथ साथ ऑफिस के कई जरूरी दस्ताबेज डिलीट कर बदसलूकी करते हुए अपना रौब दिखने का प्रयास कर रहे है

आपको बताते चले की मामला अलीगंज सेक्टर एम के लाला लाजपत राय वार्ड का है जहाँ स्थानीय लोगो ने पेड़ो की छटाई करवाने के लिए पार्षद के माध्यम से शिकायत की थी और DFO के ऑफिस से विनय नाम का अधिकारी तत्काल प्रभाव से मौके पर आकर मोहल्ले वालो को एक दो दिन में ही पेड़ो की छटाई करवाने की बात करते हुए पैसे की मांग कर ली और मोहल्ले वाले पैसा इकठ्ठा करके दे भी दिए लेकिन हद तो तब हो गयी जब वही वन विभाग के अधिकारी दुबारा किसी के साथ आये और बोले कि इसमें सात लोगो के द्वारा कार्य किया जायेगा और सभी सात-सात सौ के हिसाब से लगभग पांच हजार रुपये लेंगे तो मोहल्ले वाले भड़क गए और बोले कि हमें नहीं करवाना है l

 वन विभाग से विनय नाम का ब्यक्ति एप्लीकेशन पर DFO के अप्रूवल के नाम पर पैसा ले गए थे उसके बाद भी लगभग दो महीने से टाल-मटोल करते रहे फिर स्थानीय लोगो ने हमारे संवाददाता को पूरी बात बताई तो हमारे संबाददाता DFO लखनऊ से इस बारे में बात करने गए तो उन्होंने बताया कि लोगो न जो पैसा दिया वो उनकी गलती है और अपने अधिकारी विनय को बचाते हुए नजर आये अपने पद का धौस दिखाते हुए कहाँ  कि मैं आई एफ एस (IFS) अधिकारी हूँ और मैं दोनों पक्षों को बुलाकर फिर इस बारे में बात करूँगा l


          
हद तो तब हो गयी जब उन्होंने बेवजह ही महिला पत्रकार का मोबाइल छीनकर उसमे से सभी वीडियो और जरूरी दस्ताबेज डिलीट कर दिए और साथ ही जब रिपोर्टर वहां से बाहर आ गए तो उन्होंने दुबारा उन्हें अंदर बुलाकर मोबाइल कि जांच किया और फिर उन्हें वहां से जाने दिया इस बारे में हमारे संबाददाता ने जब वन विभाग के अधिकारी विनय से बात की तो उन्होंने ने बताया की उन्होंने आधा पैसा स्थानीय लोगो को वापस कर दिया है और बाकी पैसा भी जल्द ही वापस करने की बात बताई  है l 

देखने वाली बात यह है कि वहां पर ऐसी कौन सी घटना हुई थी जिसकी वजह से DFO रिकॉर्डिंग डिलीट करने के बहाने जबरन महिला रिपोर्टर का मोबाइल छीनने पर मजबूर हो गए और बजाय रिपोर्टर को मामले पर संज्ञान लेते हुए कोई जानकारी देने के उन्होंने बदसलूकी करना उचित समझा l देखने वाली बात यह भी होगी कि अगर सरकार के निर्देश पर कार्य करने वाले वरिष्ठ अधकारी इस तरह कि हरकत करते हुए नजर आएंगे तो उनके कर्मचारी शिकायत करने पर घर तक पैसा वसूली करने आना कोई मुश्किल बात नहीं होगी l

हालाँकि जानकारी के हिसाब से जो शिकायत पत्र पैसे की वसूली की वजह से अभी तक दो महीने से वन विभाग के दफ्तर में ही पड़ा था उसे वहां से नगर निगम के दफ्तर पहुंचने की सूचना प्राप्त हुई है लेकिन देखने वाली बात ये होगी कि वन विभाग के ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी और बेलगाम DFO रवि सिंह (Ravi Singh) पर क्या इनका विभाग कोई कार्यवाही करेगा या फिर मामले पर लीपापोती होती रहेगी और फिर किसी पत्रकार को इसका निशाना बनाया जाएग l ये तो आने वाले समय ही बता पायेगा अधिकारी का पक्ष लेने के लिए हमारे संवाददाता ने DFO रवि सिंह से संपर्क किया लेकिन उन्होंने फ़ोन नहीं उठा l

स्वतंत्र प्रभात टीम की नजर ऐसे अधिकारियो पर कड़ाई के साथ बनी रहेगी, अगर आपके पास भी कोई ऐसी जन समस्या है, तो आप भी हमें हमारी आधिकारिक मेल news@swatantraprabhat.com पर मेल कर सकते है या फिर हमें व्हाट्सप्प नम्बर 9511151251 पर व्हाट्सप्प कर सकते है l

   

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