रायबरेली – उत्तर प्रदेश के प्रमुख नींबू उत्पादक बागवान आनन्द मिश्रा लेमन मैन जिनके नींबू के बाग में प्रदेश और देश के अलग-अलग कोनों से किसानों का आगमन होता रहता है ,इसी क्रम में आज श्री हंसराज सिंह ,अनंत सिंह जितेंद्र सिंह बागवानी देखने और समझने के लिए आए , सभी किसानों को लेमन मैन ने नींबू की बागवानी की बारीकियां सिखाई , श्री हंसराज सिंह अगले महीने ६०० नींबू के पौधे से बागवानी की शरुआत करेंगे ।
इस कोरोना काल में हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई किसानों द्वारा किस प्रकार की जा सकती है और ऐसी फसल जो उन्हें 30 से 35 सालों तक लगातार मुनाफा दे सकती है, वह नींबू की बागवानी है नींबू की बागवानी लगाने पर एक बार शुरुआती दौर में खर्च आता है इसके बाद खर्च प्रति वर्ष कम से कम होता जाता है।
लेमन मैन ने बताया कि एक बार बाग लगाने पर 30 से 35 सालों तक चलती है तो और 1 एकड़ में हाई डेंसिटी पर लगाने पर लगभग 400 पौधे लगते हैं इस समय मानसून की बारिश भी होने वाली है और उचित मौसम है किसान और बागवान पौधारोपण और बागवानी कर सकते हैं। लेमन मैन ने बताया कि रायबरेली जनपद में उनके द्वारा तैयार किए गए
पौधे उत्तर प्रदेश ही नहीं मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब ,हरियाणा, दिल्ली ,उत्तराखंड सहित देश के अलग-अलग प्रदेशों में जाते हैं पौधों के लिए किसान उनसे साल के 12 महीना संपर्क में रहते हैं लोगों की रुचि बागवानी के तरफ बढ़ी है माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी किसानों की आमदनी दुगनी करने की दिशा में प्रयत्नशील हैं उसमें से एक माध्यम नींबू की बागवानी भी हो सकती है
लेमन मैन ने देश के किसानों और बागवानों से आग्रह किया है कि इस मानसून के सीजन में अपनी जमीन के कुछ हिस्से में बागवानी जरुर करें जिससे उन्हें आमदनी होने के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और हरियाली की उपलब्धता बनी रहे। लेमन मैन देश के किसानों की आमदनी बढ़ाने के प्रयासरत हैं।