सीडीओ ने विकासखंड मनकापुर का किया औचक निरीक्षण

गैर हाजिर मिले बीडीओ मनकापुर,सीडीओ ने प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ कठोर कार्यवाही की दी चेतावनी विकास कार्यों में रूचि ने लेने वाले खण्ड विकास अधिकारियों को सीडीओ का अल्टीमेटम योजनाओं में लाएं प्रगति वरना कार्यवाही तय-सीडीओ विशेष संवाददाता गोण्डा – अतीक राईन गोण्डा-शासन की मंशानुरूप विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं में चेतावनी के बाद भी

गैर हाजिर मिले बीडीओ मनकापुर,सीडीओ ने प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ कठोर कार्यवाही की दी चेतावनी

विकास कार्यों में रूचि ने लेने वाले खण्ड विकास अधिकारियों को सीडीओ का अल्टीमेटम

योजनाओं में लाएं प्रगति वरना कार्यवाही तय-सीडीओ

विशेष संवाददाता गोण्डा – अतीक राईन

गोण्डा-
शासन की मंशानुरूप विकास व जनकल्याणकारी योजनाओं में चेतावनी के बाद भी रूचि न लेने वाले खण्ड विकास अधिकारी सीडीओ के निशाने पर आ गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि सभी खण्ड विकास अधिकारी जनकल्याणकारी एवं विकासपरक योजनाओं में व्यक्तिगत रूचि लेते हुए प्रगति लाएं अन्यथा उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।

शनिवार को सीडीओ श्री त्रिपाठी ने योजनाओं की प्रगति की हकीकत परखने के लिए विकासखण्ड मनकापुर कार्यालय तथा कई स्वयं सहायता समूहों का औचक निरीक्षण किया। सीडीओ के निरीक्षण में बीडीओ मनकापुर बगैर किसी सूूचना के अनुपस्थित मिले।

सीडीओ ने विकासखण्ड मनकापुर की सभी योजनाओं में खराब परफारमेन्स पर बीडीओ मनकापुर को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। सीडीओ श्री त्रिपाठी ने बताया कि विकासखण्ड मनकापुर की परफारमेन्स मनरेगा तथा कन्या सुमंगला योजना सहित अन्य प्राथमिकता कार्यक्रमों में बेहद खराब पाई गई है।

निरीक्षण के दौरान कन्या सुमंगला योंजना के आवेदन फार्म लिपिक स्तर ही होल्ड पाए गए। नाराज सीडीओ ने ब्लाक कर्मियों को कड़ी फटकार लगाते हुए तीन दिनों के अन्दर सभी आवदेन फार्म अग्रसारित करने के निर्देश दिए हैं।
ब्लाक मुख्यालय का निरीक्षण करने के बाद सीडीओ ने ब्लाक परिसर में ही प्रेरणा स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित प्रेरणा कैन्टीन तथा गढ़ी गांव में संचालित ज्योति स्वयं सहायता समूह का भी औचक निरीक्षण किया और समूह के सदस्यों से वार्ता कर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली।

मनकापुर अंतर्गत गढ़ी गांव में संचालित ज्योति स्वयं सहायता समूह द्वारा मौके पर सीआईबी बोर्ड का निर्माण कार्य किया जा रहा था। समूह के सदस्यों द्वारा दोना तथा मिठाई के डिब्बे बनाने के लिए प्रशासनिक सहयोग का अनुरोध सीडीओ से किया गया जिस पर सीडीओ ने डीसी एनआरएलएम को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

About The Author: Swatantra Prabhat