आखिर कहाँ गए ग़रीबों को बँटने वाले कंबल! क्या क्या गर्मियों के सीजन में बाटेंगे

पुवायाँ, शाहजहाँपुर।तहसील जनता समस्या समाधान दिवस पर दूरदराज गांव से आए सैकड़ों बुजुर्ग और बेसहारा कंबल वितरण की आस में ठंड से ठिठुरते आए नज़रकड़कड़ाती ठंड और ऊपर बारिश का कहर बूढ़े हाड़ों में अंदर तक समाया जा रहा था।कोई कह रहा था कि साहब ने बुलाया है तो कोई कह रहा था कि अभी

पुवायाँ, शाहजहाँपुर।
तहसील जनता समस्या समाधान दिवस पर दूरदराज गांव से आए सैकड़ों बुजुर्ग और बेसहारा कंबल वितरण की आस में ठंड से ठिठुरते आए नज़र
कड़कड़ाती ठंड और ऊपर  बारिश का कहर बूढ़े हाड़ों में अंदर तक समाया जा रहा था।कोई कह रहा था कि साहब ने बुलाया है तो कोई कह रहा था कि अभी नहीं जब सब चले जाएंँगे तो शाम को बाबूजी देंगे कंबल।ऐसी बातें हमारे कानों में लगातार कई मिनट तक गूंँजती रहीं।
जब उत्सुकता बस मैंने लोगों से बात की आसपास के गाँव के अलावा शहरी क्षेत्र में मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाएंँ और बुजुर्ग  पुराने चिथड़े में लपेटे कपकपाते स्वर में एक ही बात कह रहे थे कि अबकी बार भी लग रहा है लेखपाल कंबल नहीं देंगे।
पिछले कई वर्ष से कंबल के आस में चक्कर लगा रहे हैं गांव टकेली निवासी रामसिंह ने कहा ऐसे कितने बेसहारा और बुजुर्ग आज भी कंबल वितरण की उम्मीद कायम रखे हुए हैं किसी ने विधायक तो किसी ने सांसद तक पर वादा खिलाफी  करने का आरोप लगा डाला।
कलंदर गंज निवासी प्रहलाद ने कहा बारिश और सर्दी का सितम अंदर तक ठंडक घोल रहा है। उनके दांत भी  कँपकपा रहे थे। तहसील जनता समस्या समाधान दिवस पर फरियादी मायूस भी दिखे।
बारिश के चलते ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया कि लोग  कड़कड़ाती ठंड में ठिठुरते नज़र आए ।इस अवसर पर
प्रहलाद, सीताराम , सरस्वती देवी, प्रहलाद, अनंतराम नन्नू राम प्यारी ,रामकिशोर, फूलमती,लल्लू , रामवती, रामचंद्र ,गुड्डी देवी ,टीकाराम, कैहमारा,राजेश्वरी, मनीराम,सोमवती, बालजीत ,सोमवती, बाबूराम, मीना देवी ,राजेश कुमार, अनीता देवी पत्नी सियाराम, रामरती, हीरालाल मोहल्ला काशीराम नगर।सुरेश चंद्र, छुटकाई आँवा दुगैयाँ। सर्वेश पुत्र मिडई आँवा दुगैंया उजागर पुत्र बिहारी रामसिंह, मिड़ई लाल आदि तहसीलदार से भी मिले लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात।देश की बिडंबना देखिए कि मौके पर मौजूद
कर्मचारियों ने लोगों को यह कहकर टरका दिया कि कंबल लेखपालों को दे दिये गए हैं। बे अपने हिसाब से कंबल वितरण करेंगे।फोटो संख्या 1 ठंड में ठिठुरते  महिला और पुरुष साल और कंबल ओढ़े हुए

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