स्वतंत्र प्रभात –
इस समय उत्तरप्रदेश की कमान कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रियंका गांधी के हाथ में है। और इसी के चलते प्रियंका गांधी राज्य में कांग्रेस की पकड़ को लगातार मजबूत बनाने में कोई कमी नही छोड़ना चाहती है। यही वजह है की उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गाँधी वाड्रा 10 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से उन पर हमला बोलेंगी। प्रियंका यहां बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रों और सिविल सोसाइटी के सदस्यों से मुलाकात करेंगी। और साथ ही वह सीएए के विरोध में जेल गए लोगों से भी मिलेंगी। और इस पूरी योजना के चलते पार्टी नेताओं ने राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माने जा रहे इस वाराणसी दौरे की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
सूत्रों के अनुसार प्रियंका गाँधी वाड्रा उत्तर प्रदेश की राजनीति में लोकसभा चुनाव के समय से ही काफी सक्रिय हैं। ऐसा भी देखा गया है की वह उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ भी लगातार मुखर होकर अपनी बात रखती हैं। चाहे वह फिर सोनभद्र में 11 ग्रामीणों की हत्या का मामला हो या सीएए के विरोध करने वालों का। इन सभी मामलों में प्रियंका ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
वे लगातार लखनऊ व मुजफ्फरनगर में सीएए प्रदर्शनकारियों के घर जाकर उनके परिजनों से भी मुलाकात करती रहती है। इसी क्रम में प्रियंका अब 10 जनवरी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सीएए के विरोध प्रदर्शन में जेल गए लोगों से सीधा संवाद करेंगी। इनमें दुधमुंही बच्ची चंपक की मां व समाजिक कार्यकर्ता एकता शेखर से भी मिलने का कार्यक्रम है।
इनकी रिहाई के लिए प्रियंका ने सोशल मीडिया पर भी अवाज उठाई थी। प्रदर्शनकारियों के साथ ही प्रियंका बीएचयू छात्रों व शिक्षकों से मुलाकात करेंगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी ने बताया कि प्रियंका करीब 10 बजे वाराणसी पहुंचेंगी। वे करीब तीन घंटे वाराणसी में रहेंगी।