महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना बनाएगी हुनरमंद

माल/मलिहाबाद।महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत तीन दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण जागरूकता शिविर का आयोजन कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार से सम्बद्ध जन शिक्षण संस्थान गोमती नगर लखनऊ और उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के राजकीय फल संरक्षण केन्द्र अलीगंज के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम अटारी विकास खंड मॉल में किया गया।


माल/मलिहाबाद।महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत तीन दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण जागरूकता शिविर का आयोजन कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार से सम्बद्ध जन शिक्षण संस्थान गोमती नगर लखनऊ और उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के राजकीय फल संरक्षण केन्द्र अलीगंज के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम अटारी विकास खंड मॉल में किया गया। प्रशिक्षण केंद्र प्रभारी मनोज सागर ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद युवा महात्मा गांधी ग्राम स्वरोजगार योजना से गांवों में आटा चक्की, फल, सब्जी, मसाला और अनाज प्रसंस्करण जैसे छोटे उद्योग लगा सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत गांवों में स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाना है ताकि युवाओं का आर्थिक लाभ होने के साथ ही गांव का विकास भी हो सके। युवा स्वरोजगार स्थापित कर दूसरों को भी रोजगार दे सकेंगे । खाद्य पदार्थों के संरक्षण करने के जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने वाले युवाओं को मशीन या उपकरण की लागत का ५० प्रतिशत व अधिकतम एक लाख तक की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी । इससे गांव के किसान और युवाओं को सहारा मिलेगा । तीन दिवसीय प्रशिक्षण के उपरांत इच्छुक युवाओं को अलीगंज स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर एक मासीय  उद्योग संबंधी गहन तकनीकी प्रशिक्षण  देने के साथ ही उन्हें बैंकों से अवशक्तानुरूप ऋण उपलब्ध कराने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।

शिविर का उदघाटन करते हुए ग्राम प्रधान अटारी एवं मॉल ब्लाक प्रधान संघ अध्यक्षा श्रीमती संयोगिता सिंह चौहान ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से गांवों से युवाओं का पलायन थमने के साथ ही स्थानीय उत्पादों को भी बढावा मिलेगा और सरकार का आत्मनिर्भर योजना का संकल्प सशक्त होगा । संस्थान के निदेशक अनिल कुमार श्रीवास्तव ने सरकार की इस  योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वरोजगार हेतु ग्रामीण युवाओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर है जिससे वे आर्थिक से सबल होकर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण बेहतर ढंग से कर सकते हैं। प्रशिक्षण में तीस युवाओं ने प्रतिभाग किया। अंत में प्रतिभागिओ को प्रमाणपत्र वितरित किया गया ।कार्यक्रम में संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी पन्नालाल और सहायक कार्यक्रम अधिकारी किरन धस्माना ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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