गांव की महिलाओं को उज्ज्वला योजना से आया परिवर्तन-विधायक

भारत के गांवों में खाना बनाने के लिए परंपरागत रूप से लकड़ी और गोबर के उपले का इस्तेमाल किया जाता था।



सहजनवा गोरखपुर। भारत के गांवों में खाना बनाने के लिए परंपरागत रूप से लकड़ी और गोबर के उपले का इस्तेमाल किया जाता था। इससे निकलने वाले धुंए का खराब असर खाना बनाने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता था।प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से महिलाओं को काफी राहत मिली।गांव की ज्यादातर महिलाओं का समय दो वक्त के ईंधन इंतजाम करने में ही गुजर जाता था।गांव से दूर जंगली लकड़ी लाना जोखिम भरा काम था।

पीएम उज्ज्वला योजना ने उन्हें न केवल धुंए के खराब असर से मुक्ति दिलाया बल्कि इन तमाम जोखिमो से भी दूर किया है। उक्त बातें विधायक शीतल पांडेय ने सहजनवा स्थित अनुभव एचपी गैस एजेंसी पर ग्राहकों को निःशुल्क गैस कनेक्शन वितरण के दौरान बतौर मुख्य अतिथि लोगो को सम्बोधित करते हुए कही। इस दौरान 86 ग्राहकों निःशुल्क गैस कनेक्शन वितरण किया गया। वही ग्राहकों से संवाद स्थापित कर उनके समस्याओं के बारे में जानकारी ली गयी।

 तथा उन्हें सुरक्षा के उपाय आदि के बारे में जागरूक भी किया गया। गैस एजेंसी प्रोपराइटर राकेश कुमार मौर्या ने आये हुए आगन्तुको के प्रति आभार व्यक्त किये।इस दौरान कांति देवी,संगीता,मंजू देवी,शशिकला,बीरबाला, समीरुन निशा,किरन देवी,रेखा देवी,रमावती देवी,ममता,शीला, मीना देवी,सहित अनेक ग्राहक मौजूद थे।

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