पीएम की जनसभा स्थल का जायजा लेने पहुंचे सीएम योगी

जनसभा एवं शिलान्यास कार्यक्रम का जायजा लेने शाहजहांपुर पहुंचे- सीएम योगी


शाहजहांपुर, चुनावी सरगर्मियां के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 18 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित जनसभा एवं शिलान्यास कार्यक्रम का जायजा लेने शाहजहांपुर पहुंचे। सीएम योगी का हेलीकॉप्टर 3:20 पर रोजा रेलवे ग्राउंड पर बनाए गए हेलीपैड पर उतरा जहां ग्राउंड में बनाए गए पंडाल में उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं व संगठन से जुड़े लोगों के साथ समीक्षा बैठक की जिसमें अधिकारी गौर भी उपस्थित रहे

इसके बाद योगी आदित्यनाथ मैदान का जायजा लेने निकले उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। इसके बाद मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश का सबसे बड़ा गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करने 18 दिसंबर को शहीदों की नगरी शाहजहांपुर पहुंचेंगे। योगी ने कहा कि 600 किलोमीटर लंबे और चाहे लैंड वाले गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से प्रयागराज तक 12 जिलों से होकर निकाला जाएगा जिस पर लगभग 36000 करोड रुपए का खर्च आएगा। उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे पर हवाई पट्टी सहित आधुनिक तकनीक से हेलीकॉप्टर उतारने की भी व्यवस्था की जाएगी।

 उन्होंने कहा कि जनपद शाहजहांपुर के लगभग 52 गांवों को जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे जनपद वासियों के लिए रोजगार सृजन के अवसर भी मुहैया कराएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसंबर को शाहजहांपुर पहुंचकर जनपद वासियों को विभिन्न योजनाओं से आच्छादित करेंगे उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस बनने से देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में दोगुनी गति से विकास होगा। योगी आदित्यनाथ लगभग 1.30 मिनट तक शाहजहांपुर रुके भाजपा कार्यकर्ताओं सहित संगठन के लोगों व अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद वह लखनऊ के लिए रवाना हो गए।

योगी के आगमन व तैयारियों की कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों को नहीं मिला प्रवेश

दरअसल 18 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम के संबंध में अधिकारियों व कर्मचारियों सहित संगठन व भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक व निरीक्षण करने पहुंचे योगी के कार्यक्रम में कवरेज करने पहुंचे जनपद के इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया कर्मियों को ग्राउंड में प्रवेश नहीं दिया गया। जनपद के समस्त मीडिया कर्मियों को प्रवेश नहीं दिए जाने के कारण उनमें काफी रोष दिखाई दिया।

 शासन प्रशासन की समस्त विभिन्न योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने की कड़ी मीडिया को प्रतिबंधित किया जाना समझ से परे है। और यह ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जनपद में सहायक सूचना अधिकारी के पद पर तैनात आलोक यादव इसके पूर्व में भी विभिन्न कार्यक्रमों में कुछ चाटुकार पत्रकारों से मिलकर समस्त मीडिया कर्मियों को अपमानित करते रहे हैं। हालांकि योगी के पहुंचने से पहले जिलाधिकारी के आदेश पर मात्र 10 मीडिया कर्मियों को ही ग्राउंड कवरेज के लिए एंट्री दी गई जिससे प्रतिष्ठित प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थानों के पत्रकारों में काफी रोष देखा गया।

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