आरेडिका में भारत रत्न डाॅ. भीमराव अम्बेडकर जी के 66 वें महापरिनिर्वाण दिवस का आयोजन

इसके उपरान्त आरेडिका के अघिकारियों और कमर्चारियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजली दी गई


लालगंज रायबरेली आरेडिका रायबरेली में भारत रत्न डाॅ. भीमराव अम्बेडकर जी के 66वें महापरिनिर्वाण दिवस का आयोजन तकनीकी प्रशिक्षण केन्द्र के प्रेक्षागृृह में किया गया।  कायर्क्रम का शुभारम्भ  आरेडिका महाप्रबंधक  विनय मोहन श्रीवास्तव द्वारा माल्यापर्ण एवं मोमबत्ती प्रज्वलित कर किया गया। इसके उपरान्त आरेडिका के अघिकारियों और कमर्चारियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजली दी गई।

महाप्रबंधक महोदय, ने अपने संबोधन में कहा कि, देश के विकास में डाॅ. भीमराव अम्बेडकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होने देश का संविधान लिखकर लोगों को स्वतंत्रताए समानताए और बन्धुता के साथ गरिमामय जीवन का अधिकार दिलायाए आगे अपने संबोधन में उन्होने कहा कि उनके आर्दशों पर चलना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
    
इस अवसर पर आरेडिका के एससी/एसटी एसोसिएसन एवं अन्य एसोसिएसनों तथा यूनियनों के पदाधिकारीगण, रुकमकेश मीना,  देवनाथ निर्मल  रतनेश गुप्ता,  ओमप्रकाश और अम्बुज सिंह आदि के द्वारा डाॅण् अम्बेडकर के जीवन से संबंधित अनेक बहुमूल्य जानकारी प्रदान की ए लोंगों को उनके संघर्षों, योगदान, और बहुआयामी व्यक्तित्व  के बारे में बताया गया। इस अवसर पर  आरेडिका के  पीसीएमई  एस. एस. कलसी एवं पीसीपीओ  अमरनाथ दूबे सहित अन्य उच्च अधिकारीगण उपस्थिति रहे।

दूकान लगाने को  लेकर दो पक्षों में मारपीट मामला दर्ज

लालगंज रायबरेली। मंदिर परिसर में एक दूसरे से बढ़ाकर दुकान लगाने की बात  को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। दोनो पक्षों से दो दो लोगो को चोटे आई। शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने दोनो पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।बताया गया है कि गणेशन परिसर में दुकान लगाने को लेकर रविवार की देर शाम दो पक्षो मे मारपीट हुई थी जिसमें एक पक्ष से अनीश तथा आशमा तथा दूसरे पक्ष से रफीक व अनीशा को चोटे आई थी घायलों का उपचार लालगंज अस्पताल में कराया गया था।

इसी मामले में इस मामले में एक पक्ष से मो अहमद ने शानू बउवा अफजल व रफीक पर तथा दूसरे पक्ष से रफीक ने अनीश अहमद अली व आशमा पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया है। दोनो पक्षों से शिकायती पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

About The Author: Swatantra Prabhat