भावो की अभिव्यक्ति का माध्यम है हिंदी- डॉ अरुण सिंह

भावो की अभिव्यक्ति का माध्यम है हिंदी- डॉ अरुण सिंह


निचलौल। निचलौल तहसील क्षेत्र में स्थित जहदा बापू शताब्दी इण्टर कॉलेज में हिंदी दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें कॉलेज के हिंदी विषय के प्रवक्ता डॉ अरुण कुमार सिंह ने कहा कि हिंदी भाषा ही नही बल्कि भावों की अभिव्यक्ति का माध्यम है।

मानव मन में अवस्थिति सूक्ष्म भावनाओ की अभिव्यक्ति अपनी मातृभाषा में ही संभव है इसलिये हिंदी भाषा के उन्नयन, संबर्धन एवं गतिशील बनाने के लिये हमें हमेशा तत्पर रहना पड़ेगा। प्रधानाचार्य राधेश्याम ने कहा कि भारत रहने वाले सभी लोगो को हिंदी भाषा के प्रगति के बारे में सोचना चाहिये।

शिक्षक राम प्रसाद यादव ने कहा कि विचारों एवं भावनाओ के प्रवाह के लिये हिंदी भाषा सर्वोत्तम है इसलिये हिंदी भाषा के अधिकाधिक उपयोग के लिये हमें समाज के सभी आयु वर्ग के लोगो को प्रेरित करना होगा।

शिक्षक जयनारायण चौबे ने कहा कि विचारों एवं भावनाओ के प्रवाह के लिये हिंदी भाषा सर्वोत्तम है। इस अवसर पर अमित चौधरी, नीरज, अशोक पटेल, कलीमुल्लाह अंसारी, रमेश चौधरी, अरमान अंसारी, अफजल आदि शिक्षक उपस्थित थे।

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