स्वतंत्र प्रभात अम्बेडकरनगर : सम्मान की लडा़ई चन्द्रशेखर आजाद लड़ रहे है और बहुत संघर्ष और 11 महीने लगातार जेल तक काटा तब आज बहुजन समाज मे भरोसा बना सके है जो मूवमेन्ट मर चुका था उसको फिर से जिन्दा किया। और अब बारी बहुजन समाज की है कि वो ऐसे बहुजन नायक का पूरा
स्वतंत्र प्रभात अम्बेडकरनगर :
सम्मान की लडा़ई चन्द्रशेखर आजाद लड़ रहे है और बहुत संघर्ष और 11 महीने लगातार जेल तक काटा तब आज बहुजन समाज मे भरोसा बना सके है जो मूवमेन्ट मर चुका था उसको फिर से जिन्दा किया। और अब बारी बहुजन समाज की है कि वो ऐसे बहुजन नायक का पूरा साथ दे ताकि वो बहुजन हिताय – बहुजन सुखाय” को सफल बना सके।
जब कोई युवा सरफिरा सा होता है ना तो समझ लो कि परिवर्तन ला कर ही रहता है । अब समाज की भी पूरी जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे बहुजन समाज के दिवाने का खुलकर साथ दे । और किसी के बहकावे मे मत आये जब मान्यवर कांशीराम ने भी बाबा साहेब की पार्टी आरपीआई को छोड़ कर अलग संगठन और पार्टी बनाई थी तब भी समाज के लोग ऐसे ही गलत प्रचार प्रसार करते थे जैसे आज चन्द्रशेखर आजाद के लिये कर रहे है पर मान्यवर कांशीराम डटे रहे और देश भर के समाज को संगठित किया और दलित राजनीति के सिरमौर महान नायक बने और कई बार सत्ता बनाई पर उनका सपना और मकसद अधूरा ही रहा !
उनका नारा बहुजन हिताय- बहुजन सुखाय” अब “सर्वजन हिताय” सर्वजन सुखाय” में बदल दिया गया है और दलित समाज वही का वही रह गया और बिखर गया और उत्पीड़न का शिकार होता जा रहा है । हमारा हक और अधिकार हमसे छिनता जा रहा है और बहुजन समाज से चुनकर सदनो मे जाकर बैठने वाले नेता अपनी आंखों में पट्टी बांधकर बैठे है । पर अब अगर समाज नहीं जागा तो मनुवादियों द्वारा बाबा साहब के संविधान को हटाने व मिटाने का खतरा बढ़ गया है अब संगठित होने का समय है और चन्द्रशेखर आजाद का साथ देने का समय है ।