भदोही के आठ डाईंग प्लांट प्रदूषित जल बहाने के पाये गये दोषी, बंद करने का आदेश।

भदोही के आठ डाईंग प्लांट प्रदूषित जल बहाने के पाये गये दोषी, बंद करने का आदेश। संतोष तिवारी (रिपोर्टर ) भदोही। सरकार जहां नदियों को स्वच्छ बनाये रखने के लिए करोडो रूपये खर्च करती है वहीं कुछ लोग है जो अपने स्वार्थ सिद्धी के लिए सभी नियम कानून धता बताकर मनमानी प्रदूषित जल विभिन्न माध्यमों

भदोही के आठ डाईंग प्लांट प्रदूषित जल बहाने के पाये गये दोषी, बंद करने का आदेश।

संतोष तिवारी (रिपोर्टर )

भदोही।

सरकार जहां नदियों को स्वच्छ बनाये रखने के लिए करोडो रूपये खर्च करती है वहीं कुछ लोग है जो अपने स्वार्थ सिद्धी के लिए सभी नियम कानून धता बताकर मनमानी प्रदूषित जल विभिन्न माध्यमों से नदी में गिराते है। और सरकार की स्वच्छता की मंशा पर पलीता लगा देते है।

एक ऐसा ही नजारा डालर नगरी भदोही में भी देखने को मिलता है जहां पर कालीन कम्पनी वाले अपने प्लांट का प्रदूषित जल नदियों और नालों में बहाने से कुरेज नही करते है। लेकिन सख्ती से इस तरह कार्य में दोषी पाये गये डाईंग प्लांट पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का हंटर चला है और जिले के आठ डाईंग प्लांट बंद करने का आदेश हो गया है।

भदोही के आठ डाईंग प्लांट प्रदूषित जल बहाने के पाये गये दोषी, बंद करने का आदेश।

मालूम हो कि भदोही जिले में कई वर्षों से मोरवा नदी में विभिन्न कम्पनियों का प्रदूषित जल बहाया जा रहा था। और जिसकी वजह से मोरवा नदी के जल का रंग गुलाबी हो गया था। जो प्रदूषण की उच्चतम स्तर को बताने में काफी सटीक उदाहरण था। कुछ दिनों पहले मोरवा नदी के पानी को लेकर मीडिया में काफी चर्चा रही। और इसका संज्ञान लेते हुए बीते दिनों उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों द्वारा जांच की गई। और जिसमें भदोही के आठ डाईंग प्लांट प्रदूषित जल बहाने के दोषी पाए गए। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन्हें प्लांट बन्द करने का आदेश दिया है। इसके लिए प्लांट के पानी बिजली काटने का भी आदेश दिया है।

यह उद्योग मोरवा नदी में गुलाबी रंग का प्रदूषित जल बहा रहे थे। जिससे नदियों में स्वच्छता प्रभावित हो रही थी। बोर्ड ने जिन डाईंग प्लांट को बंद करने का आदेश दिया है उनमें दीपक डाईंग हाउस, मनोज डायर्स, रूपेश कुमार एंड ब्रदर्स माबूद इंटरनेशनल, अरविंद एक्सपोर्ट, एसके डाईंग हाउस, आई एस डाईंग डिवीज़न और भदोही कारपेट शामिल है जो मोरवा नदी में प्रदूषित जल बहाते पाए गए है।

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